जानी-मानी अभिनेत्री जीनत अमान (Zeenat Aman)का हाल ही में आंखों का ऑपरेशन हुआ है. मंगलवार (7 नवंबर) को जीनत अमान ने उस स्वास्थ्य स्थिति के बारे में खुलासा किया जिससे वह चार दशकों से पीड़ित हैं. एक इंस्टाग्राम पोस्ट में, उन्होंने खुलासा किया कि उन्हें पीटोसिस (Ptosis)नामक एक बीमारी है, जो कई दशकों पहले लगी चोट के कारण हुई थी. इस दौरान उनकी दाहिनी आंख के आसपास की मांसपेशियां क्षतिग्रस्त हो गई थीं. 71 वर्षीय जीनत ने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, "इतने सालों में, इसके कारण मेरी पलकें और भी अधिक गिरती गईं." उन्होंने सर्जिकल प्रोसेस के दिन ली गई अपनी एक तस्वीर भी शेयर की और कहा कि स्थिति गंभीर हो गई और यहां तक कि उनकी दृष्टि भी बाधित हो गई.
अब कैसी है तबियत?
जीनत की आंखों की यह सर्जरी मुंबई, खार के हिंदुजा हॉस्पिटल में हुई है. सर्जरी के बाद अभिनेत्री ने खुद एक इस बारे में जानकारी दी. एक सोशल मीडिया पोस्ट में जीनत अमान ने अपनी तबियत के बारे में अपने फैंस को बताया. ज़ीनत ने लिखा कि पिछले 40 साल से मैं एक बड़ी समस्या से जूझ रही थी. लेकिन अब मैंने इससे छुटकारा पा लिया है. मुझे पीटोसिस नाम की एक बीमारी है, जो कई दशक पहले लगी एक चोट की वजह से हुई थी. चोट लगने से मेरी दाहिनी आंख पर बुरी तरह से असर पड़ा था और मेरे आंख के आसपास के मसल्स को बहुत डैमेज पहुंचा था. बीते कुछ साल में इसी बीमारी की वजह से मेरी पलक ठीक तरीके से खुल नहीं पा रही थी और थोड़ी ज्यादा ही झुक गयी थी. अपनी तबियत के बारे में अपडेट देते हुए उसने बताया कि उनकी सर्जरी और इलाज के बाद आंखों की हेल्थ में काफी सुधार है. उन्होंने कहा कि अब वे ठीक तरीके से देख पा रही हैं.
पीटोसिस क्या है?
पीटोसिस को "dropping eyelid" के रूप में भी जाना जाता है. यह एक चिकित्सीय स्थिति है जिसकी विशेषता ऊपरी पलक का ढीला होना या नीचे की ओर खिसकना है. अमेरिकन एकेडमी ऑफ ऑप्थल्मोलॉजी के अनुसार, यह स्थिति एक या दोनों पलकों को प्रभावित कर सकती है और गंभीरता में भिन्न हो सकती है. पीटोसिस की वजह से सामान्य दृष्टि हल्की या पूरी तरह से बाधित सकती है. यह स्थिति विभिन्न कारकों के कारण हो सकती है, जिनमें उम्र से संबंधित परिवर्तन, मांसपेशियों की कमजोरी, नर्व डैमेज, या जन्मजात (जन्म के समय मौजूद) कारक शामिल हैं. उम्र बढ़ने के साथ कई कारणों से बुजुर्गों की आंखें कमजोर होने लगती हैं. डायबिटीज, मोतियाबिंद सहित अन्य कई बीमारियों में नजर धुंधली होने और ठीक तरीके से देख न पाने जैसी परेशानियां होने लगती हैं. बुजुर्गों को जिन कारणों से आंखों का ऑपरेशन कराना पड़ सकता है उनमें ग्लूकोमा का काला मोतिया, मोतियाबिंद, डायबिटीज रेटिनोपैथी, रेटिना से जुड़ी गड़बड़ियां दूर या नजदीक की चीजें ठीक तरह से ना दिखायी देने की समस्या आदि झेलनी पड़ती हैं.
पीटोसिस के लक्षण
WebMD के अनुसार, झुकी हुई पलकें जो दृष्टि के क्षेत्र में बाधा उत्पन्न कर सकती हैं, मुख्य लक्षणों में से एक हैं. इस दौरान लगातार पलकें उठाने से थकान या तनाव एक और लक्षण है. इस स्थिति से पीड़ित लोगों को आंखों की असमान उपस्थिति का भी अनुभव हो सकता है, जिसमें एक पलक अधिक झुक जाती है. किसी को भी आंख खुली रखने में कठिनाई का अनुभव हो सकता है, खासकर तब जब वो थका हुआ हो.
WebMD के अनुसार, जब आप गाड़ी चलाते हैं, पढ़ते हैं या यहां तक कि सीढ़ियां चढ़ते-उतरते हैं तो पीटोसिस समस्या पैदा कर सकता है. यदि आपको संदेह है कि आपको पीटोसिस है, तो किसी नेत्र विशेषज्ञ या नेत्र रोग विशेषज्ञ से परामर्श करना आवश्यक है.