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क्या है Thyroid Eye Disease, किन लोगों को इस बीमारी का रिस्क ज्यादा? जानें इलाज और बचाव के उपाय

Thyroid Eye Disease Symptoms & Treatment: अगर आपकी आंखें भी हमेशा सूजी हुई रहती हैं और इनमें हल्का दर्द होता है तो आपको इसे गंभीरता से लेना चाहिए. हो सकता है आप थाइरॉयड आई डिजीज से पीड़ित हों.

Thyroid Eye Disease Thyroid Eye Disease
हाइलाइट्स
  • आंखों में होने लगती है सूजन

  • जानें इलाज और बचाव के उपाय

क्या आपकी आंखें अक्सर ड्राई और सूजी हुई रहती हैं? कभी-कभी आप इनमें दर्द का अनुभव भी करते हैं? अगर हां, तो हो सकता है आप थाइरॉयड आई डिजीज (Thyroid Eye Disease) (TED) से पीड़ित हैं. थाइरॉयड आई डिजीज आंख से संबंधित बीमारी है, जो आंखों के आसपास के टिशूज में सूजन का कारण बनती है. इसे ग्रेव्स ऑप्थाल्मोपैथी के रूप में भी जाना जाता है.

क्या है थाइरॉयड आई डिजीज
ये एक ऑटोइम्यून विकार है जो अक्सर हाइपरथायरायडिज्म वाले लोगों में होता है. हालांकि यह हाइपोथायरायडिज्म वाले लोगों या सामान्य थायरॉयड फंक्शन वाले लोगों में भी हो सकता है. थाइरॉयड आई डिजीज आंख के टिशू को नुकसान पहुंचा सकता है जिसकी वजह से कई बार आपकी आंखें सामान्य से ज्यादा बड़ी दिखने लगती हैं.

थाइरॉयड आई डिजीज

थाइरॉयड आई डिजीज के जोखिम कारक
टीईडी के जोखिम कारकों में धूम्रपान, कुछ स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें और रेडियोआयोडीन थेरेपी से गुजरना शामिल है. हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल भी TED का रिस्क बढ़ा देता है. कुछ लोगों में ये आनुवंशिक भी हो सकता है. आप खुद की देखभाल करके TED की संभावना कम कर सकते हैं. महिलाओं में जन्म के समय इसका रिस्क ज्यादा होता है. जबकि पुरुषों में धीरे-धीरे इसका खतरा बढ़ता है. धूम्रपान TED विकसित होने के आपके जोखिम को सात से आठ गुना बढ़ा देता है. 

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क्या है टीईडी के लक्षण
टीईडी के लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं. टीईडी के आम लक्षणों में आंखों में दर्द, सूजन, लालिमा, दोहरी दृष्टि और उभरी हुई आंखें शामिल हैं. टीईडी से पीड़ित लोगों को अक्सर आंखों में सूखापन, जलन का अनुभव होता है. ऐसा आंसुओं की कमी या आंखें ठीक से बंद न होने के कारण हो सकता है. TED अक्सर 30 से 50 साल की उम्र के बीच विकसित होता है. हालांकि, TED इससे कम उम्र में भी हो सकता है.

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क्या थाइरॉयड आई डिजीज संक्रामक होता है?
थाइरॉयड आई डिजीज को लेकर सबसे बड़ा कंफ्यूजन ये है कि ये एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है. लेकिन सच्चाई ये है कि थाइरॉयड आई डिजीज संक्रामक नहीं होता. आप किसी दूसरे की वजह से इससे संक्रमित नहीं हो सकते और न ही आप इसे किसी तक प्रसारित कर सकते हैं.

थाइरॉयड आई डिजीज का इलाज और बचाव
थाइरॉयड आई डिजीज की जांच के लिए डॉक्टर पहले ब्लड टेस्ट करते हैं ताकि ये पता लगाया जा सके कि क्या आपके थायराइड हार्मोन का लेवल और एंटीबॉडी बहुत ज्यादा या बहुत कम तो हैं. आंखों का अल्ट्रासाउंड, सीटी जांच के जरिए भी इस बीमारी का पता लगाया जाता है. सूखापन और जलन से राहत पाने के लिए आई ड्रॉप आमतौर पर बिना प्रिस्क्रिप्शन के उपलब्ध होती हैं. आप इन्हें काउंटर पर खरीद सकते हैं. अगर आपके ब्लड में सेलेनियम का लेवल कम है तो डॉक्टर आपको इसका सप्लीमेंट भी दे सकता है. अपनी आंखों पर ठंडी पट्टी का इस्तेमाल करें. धूप का चश्मा पहनें. जब आप लेटें तो अपने सिर को अपने शरीर से ऊंचा रखें.