विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अपनी हाल ही की रिपोर्ट में चेतावनी दी है कि शराब की कोई सुरक्षित मात्रा ऐसी नहीं है जो स्वास्थ्य को प्रभावित न करती हो. द लांसेट पब्लिक हेल्थ में एक बयान में ग्लोबल हेल्थ बॉडी, WHO ने कहा है कि अधिक शराब का सेवन करने से कैंसर होने का जोखिम काफी हद तक बढ़ जाता है और यूरोप में 200 मिलियन लोगों को शराब के कारण कैंसर होने का खतरा है.
नए डेटा विश्लेषण से पता चला है कि डब्ल्यूएचओ यूरोपीय क्षेत्र में सभी एल्कोहल से होने वाले कैंसर के लिए शराब की कोई भी मात्रा "हल्की" और "मध्यम" या ज्यादा, सब जिम्मेदार हैं.
शराब से होते हैं 7 तरह के कैंसर
WHO का कहना है कि एल्कोहल कम से कम सात तरह के कैंसर का कारण बनता है, जिसमें सबसे आम कैंसर शामिल हैं, जैसे कि आंतों का कैंसर और ब्रेस्ट कैंसर. इथेनॉल (शराब) बायोलॉजिकल मैकेनिज्म से कैंसर का कारण बनता है क्योंकि कंपाउंड शरीर में ब्रेक हो जाता है, जिसका मतलब है कि कोई भी एल्कोहल युक्त ड्रिंक चाहे कितनी ही महंगी और क्वालिटी की न हो, कैंसर का खतरा बन सकती है.
शराब पीने का "सुरक्षित" स्तर क्या है इसके लिए वैध वैज्ञानिक प्रमाणों को प्रदर्शित करने की आवश्यकता होगी कि एक निश्चित स्तर पर ये इससे नीचे, शराब के सेवन से बीमारी या चोट का कोई खतरा नहीं है. वर्तमान में जो रिपोर्ट्स हैं उनके ऐसा कोई ठोस सबूत नहीं मिलता कि शराब की कोई सेफ लिमिट है.
शराब की एक बूंद भी हो सकती है खतरा
WHO के मुताबिक, हम शराब के उपयोग के तथाकथित सुरक्षित स्तर के बारे में बात नहीं कर सकते. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितना पीते हैं - पीने वाले के स्वास्थ्य के लिए शराब की पहली बूंद से भी खतरा शुरू हो सकता है. केवल एक चीज जो निश्चित रूप से कह सकते हैं वह यह है कि जितना अधिक आप पीते हैं, उतना अधिक हानिकारक होता है.
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि, विश्व स्तर पर, यूरोपीय क्षेत्र में शराब की खपत का स्तर सबसे अधिक है और 200 मिलियन से ज्यादा लोगों को कैंसर का खतरा है.