टेक्नॉलजी ने लोगों की लाइफ को आसान बनाने के साथ उन्हें आलसी भी बना दिया है. शुरुआत में फोन का इस्तेमाल दूर रह रहे लोगों से बातचीत करने के लिए किया जाता था, लेकिन अब इसने लोगों को एक साथ रहते हुए भी दूर कर दिया है. आज आलम ये है कि लोग हर समय अपने साथ फोन रखते हैं. कई लोग तो वॉशरूम में भी फोन लेकर जाते हैं.
क्या टॉयलेट में फोन ले जाना ठीक है?
हो सकता है कि आपकी भी टॉयलेट में फोन लेकर जाने की आदत हो. लेकिन क्या टॉयलेट में फोन का इस्तेमाल करना आपकी सेहत के लिए ठीक है. जवाब है नहीं. टॉयलेट में फोन ले जाने से कीटाणु आपके मोबाइल फोन के जरिए लिविंग रूम में आ सकते हैं. क्योंकि टॉयलेट ऐसी जगह है, जहां खतरनाक जर्म्स हमेशा मौजूद रहते हैं. रिसर्च से पता चला है कि कमोड के आसपास रोगाणुओं का प्रसार होता है. टॉयलेट सीट पर लंबे समय तक बैठे रहने से यूरिन इंफेक्शन की खतरा भी बढ़ता है.
मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है असर
एक रिसर्च के अनुसार टॉयलेट में फोन ले जाने से आपके मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है. हर बार शौचालय से बाहर आने पर मोबाइल को सैनिटाइज किया जाना चाहिए. रिसर्च के अनुसार शौचालय में 10 मिनट से ज्यादा बैठने से बचना चाहिए लेकिन टॉयलेट में फोन ले जाने वाले लोग अक्सर घंटों टॉयलेट में बैठे रहते हैं. इसलिए किसी को भी रूटीन में फोन को टॉयलेट में नहीं ले जाना चाहिए. टेक्नॉलजी से ब्रैक लेने का टॉयलेट एक अच्छा स्थान है तो कोशिश करनी चाहिए कि टॉयलेट में फोन का इस्तेमाल ना करें.
क्यों खतरनाक है टॉयलेट में फोन चलाना?
टॉयलेट में कई बैक्टीरिया और वायरस हो सकते हैं. जब आप शौचालय को फ्लश करते हैं, तो बैक्टीरिया फैल जाते हैं. इसकी वजह से आपको जानलेवा डायरिया, बुखार, शिगेला जैसी बीमारियां हो सकती हैं. खासकर पुरुषों को मोबाइल फोन टॉयलेट में ले जाने से बचना चाहिए. बेशक आप अपना समय बचाने के लिए मोबाइल फोन टॉयलेट में लेकर जाते हों लेकिन इससे आप कई गंभीर बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं.