उत्तर भारत में आस-पास के राज्यों में ठंड लगातार बढ़ रही है. सर्दी का सितम सभी को सता रहा है. सर्दियों में कई तरह की समस्याएं भी होती हैं. दरअसल सर्दियों के महीनों में मौसम में बदलाव और बढ़ती ठंड के साथ कई छोटी और गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. इसमें Blood Pressure के मरीज, सांस लेने में दिक्कत और हृदय रोगियों की समस्या बढ़ जाती है.
बढ़ रही है स्ट्रोक की समस्या
डॉक्टरों के मुताबिक सर्दी में सावधान रहें और अपने शरीर को ढक कर रखें. जो लोग सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए जाते हैं. उन्हें एहतियात बरतने की जरूरत है. इन दिनों जैसे की हम देख रहे हैं कि हर दिन पारा अपने न्यूनतम तापमान पर पहुंच रहा है ऐसे में एक सबसे बड़ा खतरा सामने आ रहा है. वो है स्ट्रोक.
क्या हैं स्ट्रोक के लक्षण?
स्ट्रोक के कुछ सामान्य लक्षण है. जिससे आप पहचान कर सकते हैं कि कहीं आप तो स्ट्रोक के शिकार नहीं हैं. ये लक्षण हैं--सिर दर्द होना, आंखों से धुंधला दिखना या देखने में परेशानी होना, बोलने और समझने में परेशानी होना या शरीर के किसी हिस्से में पैरालिसिस हो सकता है. दरअसल सर्दी के मौसम में इंफेक्शन, सीजनल डिप्रेशन, धूप ना निकलना और फिजिकल एक्टिविटी की कमी से स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है. सर्दी में फिजिकल एक्टिविटी और एक्सरसाइज बेहद जरूरी है.
सर्दी से कैसे करें बचाव?
सर्दियों में एक्सरसाइज करने से इम्युनिटी बढ़ती है. हेल्दी रहने और स्ट्रोक से बचने के लिए नियमित एक्सरसाइज करें. सर्दियों में एक्सरसाइज करने से ब्लड प्रेशर सही रहता है. डॉक्टर खाने-पीने में भी सर्द-गर्म से बचाव की सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं. जिससे गले में संक्रमण और वायरल संक्रमण से बचा जा सकता है. इसके साथ ही घर से निकलते समय शरीर का तापमान बनाए रखने के लिए गरम कपड़े पहनें. कोशिश करें की तनाव ना लें. ज्यादा तनाव लेने की वजह से डिप्रेशन की संभावना बढ़ जाती है. सर्दियों के मौसम में जोड़ों में दर्द की समस्याएं भी बढ़ जाती हैं. धूप नहीं निकलने की वजह से शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाती है. लिहाजा विटामिन D से युक्त चीजें खाएं.