विश्व रक्तदाता दिवस हर साल 14 जून को मनाया जाता है. विश्व रक्तदाता दिवस को हर साल लोगों को खून की सुरक्षा और रक्त उत्पाद के प्रति जागरूक किया जाता है. इसके साथ ही विश्व रक्तदाता दिवस को रक्तदाताओं को धन्यवाद करने के लिए मनाया जाता है. इसके साथ ही विश्व रक्तदाता दिवस को रक्त आधान सेवाओं, रक्तदान संगठनों और अन्य गैर सरकारी संगठनों को राष्ट्रीय और स्थानीय अभियानों को मजबूत करने के लिए भी मनाया जाता है. साथ ही विश्व रक्तदाता दिवस लोगो को रक्तदान करने के लिए लोगों को जागरूक भी किया जाता है. दरअसल अभी भी लोगों में रक्तदान करने को लेकर भ्रांतियां है. उन्हें दूर करने के लिए विश्व रक्तदाता दिवस मनाया जाता है.
रक्तदान करने के फायदे
समय-समय पर रक्तदान करने से दिन की बीमारियां नहीं होती और साथ ही स्ट्रोक से भी आप दूर रहते है. रक्तदान करने से आपके शरीर में रेड सेल्स प्रोडक्शन बढ़ जाता है. जिससे आपके सेहत में सुधार हो सकता हैं. रक्तदान करने से आपका वजन भी कम हो सकता है. रक्तदान करने से आपकी कैलोरी बर्न होती है. जिसके चलते आपका वजन कम हो सकता है. नियमित रक्तदान करके आप अपने शरीर को आयरन की अधिकता को कम कर सकते है. जिससे आप कैंसर की बीमारी के खतरे से रहेंगे.
कौन कर सकता है रक्तदान
रक्तदान करने से पहले हमेशा डॉक्टर डोनर के ब्लड की जांच करता है. वह यह देखते है कि आप रक्तदान कर सकते है या नहीं. वो लोग रक्तदान नहीं कर सकते हैं जिनके शरीर में आयरन की मात्रा कम होती है. इसके साथ ही 18 साल से कम उम्र के लोग रक्तदान नहीं कर सकते है. वहीं वह भी रक्तदान नहीं कर सकते हैं जिनका वजन 45 किलो से काम हो. जिन लोगों का हीमोग्लोबिन 12 पॉइंट से नीचे होता है वह भी रक्तदान नहीं कर सकते है. जो कैंसर, हृदयरोग, किडनी का रोग, मिर्गी, ग्रंथि रोग से पीड़ित है वह भी रक्तदान नहीं कर सकते है. अचानक वजन घटना, सिजोफ्रेनिया या मधुमेह के मरीज भी रक्तदान नहीं कर सकते है.
विश्व रक्तदाता दिवस का महत्व
रक्त की आवश्यकता सार्वभौमिक है. रक्त की जरूरत गर्भावस्था और प्रसव वाली महिलाओं के लिए, मलेरिया और कुपोषण की शिकार रोगियों के लिए, हीमोग्लोबिन को विकसित में मिले विकार को दूर करने के लिए आवश्यकता होती है. इसके साथ ही आपात स्थिति में, दुर्घटना ग्रस्त रोगियों के लिए, किसी बीमारी के ऑपरेशन के दौरान रक्त की जरूरत पड़ती है. जिन्हे समय पर रक्त नहीं मिलने पर उनकी मौत भी हो सकती है. इस सभी आवश्यकता की पूर्ति के लिए लोगों को रक्तदान के प्रति जागरूक किया जाता है.
विश्व रक्तदाता दिवस की थीम और इतिहास
विश्व रक्तदाता दिवस 2022 का स्लोगन है कि रक्तदान करना एकजुटता का कार्य है, प्रयास में शामिल हों और जीवन बचाएं. विश्व रक्तदाता दिवस को 2004 से मनाया जा रहा है. इसकी शुरुआत विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा जीवन बचाने के लिए रक्तदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए शुरू किया था. वहीं इस दिन कार्ल लैंडस्टीनर की जयंती होती है. जिन्हे रक्त के प्रकारों को वर्गीकृत करने में अपने काम के लिए 1930 में चिकित्सा के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया था.