हर साल 28 अप्रैल को दुनियाभर में 'वर्ल्ड डे फॉर सेफ्टी एंड हेल्थ एट वर्क' मनाया जाता है. इसका उद्देश्य कार्यस्थल पर कर्मचारियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना है. विश्व स्तर पर इस बात को बढ़ावा दिया जाता है कि कार्यस्थल को कर्मचारियों के लिए सुरक्षित बनाया जाए ताकि कोई दुर्घटना या नुकसान न हो.
साथ ही, इस तरह के कदम उठाए जाएं, जिससे सभी कर्मचारी स्वस्थ रहें और कोई बीमारी उन्हें न लगे. सभी कर्मचारियों को एक सुरक्षित, हेल्दी और खुशनुमा वातावरण में काम करने का अधिकार है. खासकर कि फिलहाल जिस महामारी से हम सब जूझ रहे हैं, ऐसे में वर्कप्लेस को और सुरक्षित व हेल्दी बनाने की जरूरत है.
साल 2003 से हुई शुरूआत
अंतरराष्ट्रीय मजदूर संगठन (आईएलओ) ने साल 2003 में इस दिन की घोषणा की थी और तबसे इसे मनाया जा रहा है. इस साल की थीम की बात करें तो इस बार का उद्देश्य कार्यस्थल पर सकारात्मक सुरक्षा और स्वास्थ्य संस्कृति में भागीदारी और सामाजिक संवाद के विषय को एक्सप्लोर करना है.
आज हम आपको बता रहे हैं कि वर्कप्लेस पर अपने स्टाफ और टीममेट्स के लिए आप क्या-क्या जरूरी कदम उठा सकते हैं. जिससे इस मुश्किल समय में सभी कर्मचारी सुरक्षित और स्वस्थ रहते हुए काम करें.
1. कोरोना महामारी के समय में सभी की सुरक्षा का ध्यान रखें. हमेशा मास्क पहनें और थोड़े-थोड़े अंतराल पर ऑफिस के डेस्क, सीट और अन्य चीजों के सैनिटाइज करते रहें. अगर किसी में कोरोना के लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो उन्हें वर्क फ्रॉम होम करना चाहिए.
2. अगर आपके कर्मचारी घरों से काम कर रहे हैं तो भी आप उन्हें हर तरह से सपोर्ट करते रहें. काम से संबंधित उनकी सभी जरूरतों को पूरा किया जाए. साथ ही, टीम में पॉजीटिव माहौल बनाया जाए.
3. कार्यस्थल पर सुरक्षा के साथ सेहत पर भी ध्यान देना चाहिए. वर्कप्लेस पर ऐसा कुछ न हो जो डायरेक्ट या इनडायरेक्ट तौर पर आपके कर्मचारियों की सेहत को नुकसान पहुंचाए. सभी सार्वजनिक जगहों की साफ-सफाई पर खास ध्यान दिया जाए. कैंटीन के खाने की गुणवत्ता की अच्छे से जांच हो.
4. कर्मचारियों की शारीरिक सेहत के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखना भी जरूरी है. आज के समय में खासतौर पर मानसिक सेहत को प्राथमिकता देनी चाहिए. बहुत से लोगों ने इस महामारी में अपनों को खोया है या आर्थिक परेशानी से गुजरे हैं. समस्या चाहे पर्सनल हो यो प्रोफेशनल, आपको अपने कर्मचारी को इससे बाहर आने में मदद करनी चाहिए.
5. कर्मचारियों को मानसिक तौर पर स्वस्थ रखने के लिए ऑफिस के माहौल को सकारात्मक और खुशनुमा रखें. बीच-बीच में काम से अलग भी छोटी-छोटी मीटिंग्स रखें और सबके साथ मस्ती-मजाक का माहौल बनाएं ताकि किसी को भी स्ट्रेस न हो. समय-समय पर पर्सनल लेवल पर सभी कर्मचारियों से बात करें और उनकी परेशानियां या चुनौतियां समझने की कोशिश करें.
6. सभी ऑफिस कर्मचारियों के लिए बीच-बीच में किसी एक्सपर्ट के साथ मेंटल हेल्थ पर काउंसलिंग सेशन होने चाहिए. साथ-साथ सामान्य हेल्थ चेकअप कराने पर भी जोर दिया जाना चाहिए ताकि समय पर आप उनकी मदद कर सकें.
7. अपने कर्मचारियों को वर्क लाइफ बैलेंस करने में मदद करें. उन्हें काम में एफिशिएंट होने के लिए प्रेरित करें ताकि वे अपनी ऑफिस टाइमिंग्स में अपना काम खत्म करें और साथ ही, खुद को भी उचित समय दे सकें.