पिछले कुछ सालों में हेपेटाइटिस बी और सी एक वैश्विक स्वास्थ्य समस्या बनकर उभरा है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने विश्व हेपेटाइटिस दिवस 2022 के मौके पर इस बीमारी की रोकथाम, परीक्षण और उपचार के लिए जन अभियान शुरू करने की बात कही है. ताकि भारत हेपेटाइटिस मुक्त हो सके. भारत में लगभग चार करोड़ लोग हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी संक्रमण से पीड़ित हैं. इस संक्रमण से होने वाली दैनिक मौतों का आंकड़ा एचआईवी से होने वाली मौतों से कहीं ज्यादा है.
शुरुआती लक्षण पता नहीं चलते
अधिकांश लोग हेपेटाइटिस की प्रारंभिक अवस्था को पहचान नहीं पाते हैं, क्योंकि या तो उनमें कोई लक्षण नहीं दिखाई देते हैं या फिर ऐसे लक्षण होते हैं जिनके आधार पर इसका निदान करना मुश्किल होता है. भारत में एक दिन में हेपेटाइटिस बी से होने वाली मौतों की संख्या एक वर्ष में एचआईवी से होने वाली मौतों की संख्या से अधिक है. दुनिया में एक दिन में करीब 4000 लोग हेपेटाइटिस से अपनी जान गवा रहे हैं. भारत में लगभग चार करोड़ लोग हेपेटाइटिस बी और सी से पीड़ित हैं. रोकथाम, परीक्षण और उपचार के माध्यम से इस संक्रमण से लड़ा जा सकता है.
क्या है हेपेटाइटिस संक्रमण
हेपेटाइटिस लिवर में सूजन पैदा करने वाली बीमारी है. यह वायरल इन्फेक्शन के कारण होती है. हेपेटाइटिस वायरस के पांच मुख्य प्रकार हैं - ए, बी, सी, डी और ई. हेपेटाइटिस का टाइप बी और सी लाखों लोगों में क्रोनिक बीमारी का कारण बन रहे हैं. यहां तक कि अमिताभ बच्चन भी हेपेटाइटिस बी से पीड़ित हैं. इसका समय पर जांच और इलाज ना किया जाए, तो लिवर कैंसर होने की संभावना भी बढ़ सकती है.
हेपेटाइटिस के लक्षण क्या हैं?
जोड़ो और मांस पेशियों में दर्द
हल्का बुखार
पेशाब का रंग बदलना
बहुत अधिक थकान
उल्टी या जी मिचलाना
पेट दर्द और सूजन
खुजली
भूख ना लगना
अचानक से वजन कम हो जाना
हेपेटाइटिस का उपचार और बचाव
हेपेटाइटिस बी के बेहतर उपचार, इलाज और टीके कई वर्षों से उपलब्ध हैं. छह महीने के अंतराल में दी जाने वाली टीके की दो खुराक हेपेटाइटिस ए के कारण होने वाले संक्रमण को रोकने में मदद करती है. इसके अलावा हमेशा sterile injections का प्रयोग करें. साफ-सफाई बनाए रखें. खासतौर पर बाथरूम जाने के बाद और खाना खाने से पहले अच्छे से हाथ धोएं. हेपेटाइटिस ए और ई से खुद को बचाने के लिए स्वच्छ पेयजल का सेवन करें.