एक स्वस्थ शरीर के लिए स्वस्थ फेफड़े होना बेहद जरूरी है. फेफड़े हमारे शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है. यह हवा को फिल्टर कर शरीर तक पहुंचाता है. अगर फेफड़े में किसी तरह की कोई दिक्क्त हो तो इससे शरीर में ऑक्सीजन सही ढंग से नहीं पहुँच पाता. ऐसे में व्यक्ति के जान को खतरा रहता है और कई बड़ी बीमारियां जैसे टीबी, अस्थमा,निमोनिया और फेफड़ों का कैंसर होने तक का भी खतरा रहता है. लेकिन सवाल ये है कि कैसे पता करें या वे कौन से लक्षण हैं जिससे यह पता चल सके कि फेफड़े की बीमारी हो गई है. ताकि समय रहते इसका इलाज किया जा सके और देखभाल किया जा सके. चलिए आज वर्ल्ड लंग्स डे यानी विश्व फेफड़ा दिवस (World Lung Day) पर आपको उन लक्षणों के बारे में बताते हैं जो यह संकेत देते हैं कि अब आपको संभल जाना चाहिए.
क्यों होती है फेफड़े की बीमारी
फेफड़े से जुड़ी दिक्कत कई वजहों से हो सकती है. जैसे खराब एयर क्वालिटी यानी हवा में प्रदूषण की मात्रा ज्यादा होने से उसका सीधा असर फेफड़ों पर पड़ता है. प्रदूषण युक्त हवा सांस के जरिए व्यक्ति के फेफड़े तक पहुंचाती है और उसे नुकसान पहुंचाती है. भारत में फेफड़े के मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है उसका मुख्य कारण प्रदूषण है. भारत के कई शहर ऐसे हैं जो दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में गिने जाते हैं.
कैसे पहचानें की फेफड़े की बीमारी हो गई है
अगर लंग्स डिजीज के लक्षणों की बात करें तो हम आपको कुछ संकेतों के बारे में बता रहे हैं जिसको समझना बेहद जरूरी है. इस तरह का कोई लक्षण दिखता है तो तुरंत ही हेल्थ एक्सपर्ट से मिलना चाहिए.
सांस लेने में तकलीफ होना
अगर किसी व्यक्ति को सांस लेने में परेशानी हो रही है तो यह संकेत हो सकता है कि फेफड़ा सही ढंग से काम नहीं कर रहा है. खासकर तब जब यह स्थिति पिछले 10 दिनों से लगातार बनी हुई हो. सांस लेने में परेशानी तब आती है जब फेफड़ों में बना फ्लूड एयर पैसेज को ब्लॉक कर देता है यानी ऑक्सीजन का प्रवाह सही ढंग से नहीं हो पता. ऐसे में हेल्थ एक्सपर्ट से सलाह लेनी चाहिए.
शरीर का वजन घटना
अगर किसी व्यक्ति का वजन अचानक से घटने लगा है तो इस संकेत को गंभीरता से लेना चाहिए. शरीर का अचानक वजन घटना शरीर में पनप रहे ट्यूमर की वजह से भी हो सकता है.
छाती में दर्द होना
अगर किसी व्यक्ति को लंबे समय से छाती में दर्द हो रहा है तो यह लक्ष्ण भी फेफड़े की बीमारी का हो सकता है. इसके साथ ही किसी व्यक्ति को अगर बलगम की समस्या लगातार बनी हुई है तो इसे इग्नोर न करें. इसके अलावा खांसी के साथ खून आना भी एक गंभीर संकेत है ऐसे में समय रहते डॉक्टर से मिलना चाहिए.
क्या करें
फेफड़े से संबंधित बीमारी में धूम्रपान भी एक बड़ी वजह है. इसलिए अगर अपने फेफड़े को स्वस्थ और शरीर को सेहतमंद रखना चाहते हैं तो धूम्रपान न करें. प्रदूषण वाली जगहों पर जाने से बचें. योग करें खासकर उस तरह का जो सांस से रिलेटेड हो जैसे कि अनुलोम विलोम. इसके साथ ही फल हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें.