शारीरिक प्रभाव के विपरीत, मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के संकेतों को पहचानना मुश्किल होता है. इसके प्रभाव पहली नजर में दिखाई नहीं देते हैं. हालांकि, एक अच्छा मानसिक स्वास्थ्य हमारे समग्र कल्याण के लिए महत्वपूर्ण है और यह हमें एक खुशहाल, तनाव-मुक्त और रोग-मुक्त जीवन जीने में मदद करने में बहुत योगदान दे सकता है. कुछ मानसिक स्वास्थ्य विकार हैं जो आनुवंशिक हो सकते हैं वहीं कई अन्य जीवनशैली कारकों जैसे तनाव, नींद की कमी, व्यायाम, धूप और स्वयं की देखभाल से उत्पन्न होते हैं. कोई व्यक्ति बुखार, सिरदर्द और मांसपेशियों में दर्द जैसी शारीरिक स्वास्थ्य स्थितियों के लिए तत्काल उपाय कर सकता है, लेकिन मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित कदम शायद ही कभी उठाए जाते हैं.
मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना आवश्यक है. जिस तरह आप शारीरिक फिटनेस को प्राथमिकता देते हैं, उसी तरह अपने मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए डेली प्रैक्टिस कुछ ऐसा कार्य करना और इसका ख्याल रखना शामिल है. आज आपको उन चीजों के बारे में बताते हैं जो आप भावनात्मक लचीलेपन और मानसिक कल्याण को बढ़ावा देने के लिए हर दिन कर सकते हैं.
1. मेडिटेशन करें: हर दिन कुछ मिनट माइंडफुलनेस मेडिटेशन के लिए समर्पित करें. यह आपको जमीन से जुड़े रहने, तनाव कम करने और आत्म-जागरूकता बढ़ाने में मदद कर सकता है.
2. नियमित रूप से व्यायाम करें: ऐसी शारीरिक गतिविधि में शामिल हों जिसमें आप आनंद लेते हैं. फिर चाहे वह तेज चलना, योग, या पूर्ण कसरत हो. व्यायाम से एंडोर्फिन रिलीज होता है, जो आपके मूड को बेहतर बनाता है.
3. नींद को प्राथमिकता दें: हर रात कम से कम 8 घंटे की गुणवत्तापूर्ण नींद का लक्ष्य रखें. अगर आपका दिमाग रिलेक्स होगा तभी आप दैनिक तनावों को भी संभाल पाएंगे.
4. अपने पसंदीदा लोगों से बात करें: परिवार और दोस्तों के साथ रिश्ते मजबूत करें. प्रियजनों के साथ समय बिताने से भावनात्मक समर्थन मिलता है और आपके सामाजिक संबंध मजबूत होते हैं.
5. स्क्रीन टाइम को कंट्रोल करें: स्क्रीन समय की सीमा निर्धारित करें, विशेष रूप से सोशल मीडिया. बहुत ज्यादा नेगेटिव इंफॉर्मेंशन आपके अंदर चिंता पैदा कर सकती है.
6. हमेशा थैंक्यू कहना सीखें: जरनल लिखने की आदत रखें. प्रत्येक दिन तीन चीजें लिखें जिनके लिए आप आभारी हैं. यह अभ्यास सकारात्मक मानसिकता को बढ़ावा देता है.
7. कुछ नया सीखें: नए कौशल या ज्ञान प्राप्त करके अपने दिमाग को एक्टिव करें. यह आत्मविश्वास बढ़ा सकता है और आपके मस्तिष्क को सक्रिय रख सकता है.
8. एक दिनचर्या बनाएं: एक स्ड्यूल फॉलो करें जिसमें काम, आराम करने और सेल्फ केयर के घंटे निर्धारित हों. एक रूटीन संरचना प्रदान करती है और अनिश्चितता को कम करती है.
9. अपने आप को एक्सप्रेस करें: अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए कला, लेखन या संगीत जैसे रचनात्मक माध्यम खोजें. इसके लिए आप किसी थेरेपी की भी मदद ले सकते हैं.
10. जरूरत पड़ने पर प्रोफेशनल्स से मदद लें: यदि आप अपने मानसिक स्वास्थ्य से जूझ रहे हैं तो किसी मानसिक एक्सपर्ट्स से संपर्क करने में संकोच न करें. थेरेपी आपको काफी महत्वपूर्ण सपोर्ट प्रदान करती है.
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