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डायबिटीज के पेशेंट ऐसे करें मेथी के दानों का सेवन... इन पांच उपायों से घर पर ही आसानी से कंट्रोल

अगर ठीक से देखभाल नहीं की जाती है, तो डायबिटीज (Diabetes)खून में शूगर का बना सकता है, जिससे स्ट्रोक और हृदय रोग का खतरा भी बढ़ सकता है. ऐसे में आपको अपना खास ध्यान रखने की जरुरत होती है.

कैसे कंट्रोल करें डायबिटीज कैसे कंट्रोल करें डायबिटीज
हाइलाइट्स
  • घर पर ही कंट्रोल कर सकते हैं डायबिटीज

  • डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए कारगर है करेला

विश्व स्तर पर 65 वर्ष और उससे अधिक आयु के 33 प्रतिशत से ज्यादा लोग डायबिटीज(Diabetes) से पीड़ित हैं. इसका एक बड़ा कारण मानसिक और शारीरिक कामों के साथ जीवनशैली का बदलना भी हो सकता है. अब डायबेटिस भारत में पहले से कहीं अधिक बढ़ गया है और 50 मिलियन से अधिक लोग इससे पीड़ित हैं. इसलिए, अगर आप इसके मरीज हैं तो चिंता न करें क्योंकि इसे आप घर पर भी प्राकृतिक तरीकों से ठीक कर सकते हैं.  

डायबिटीज (Diabetes) क्या है? 

ऐसी स्थिति जो ब्लड शुगर को प्रोसेस्ड करने की शरीर की क्षमता को कम कर देती है. अगर ठीक से देखभाल नहीं की जाती है, तो डायबिटीज खून में शूगर का बना सकता है, जिससे स्ट्रोक और हृदय रोग का खतरा भी बढ़ सकता है. कई प्रकार के मधुमेह हो सकते हैं, और इसका ख्याल रखना इसके प्रकार पर निर्भर करता है.  साथ ही, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सभी प्रकार के मधुमेह एक अनहेल्दी लाइफस्टाइल से नहीं होते हैं - कुछ बचपन से ही मौजूद होते हैं. 

डायबिटीज (Diabetes) के प्रकार

टाइप 1 - इसे किशोर डायबिटीज(Teen Diabetes)के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यह तब होता है जब शरीर इंसुलिन का उत्पादन करने में असमर्थ होता है. जिन लोगों को इस प्रकार का डायबिटीज है, उन्हें अपने शरीर को अच्छी तरह से काम करने के लिए सिंथेटिक इंसुलिन पर निर्भर रहना पड़ता है.

टाइप 2 - टाइप I के विपरीत, शरीर इंसुलिन का उत्पादन जारी रखता है - लेकिन, यह इसे एक अलग तरीके से उपयोग करता है, और मानव शरीर में सेल्स इसका प्रभावी ढंग से जवाब नहीं देती हैं. यह डायबिटीज का सबसे आम प्रकार है और इसे मोटापे से जोड़ा जाता है. 
क्या हैं डायबिटीज से निपटने के उपाय 

मेंथी (Fenugreek )

हमेशा भारतीय रसोई में इस जड़ी बूटी के कई फायदे होते हैं. यह ग्लूकोज टॉलेरेंस में सुधार, ब्लड शुगर के स्तर को कम करने और इंसुलिन के डिसचार्ज को एक्साइट करते हुए डायबेटिस को नियंत्रण में रखने के लिए जाना जाता है. 

इसके लिए आप 2 बड़े चम्मच मेथी दाना रात भर पानी में भिगो दें और अगली सुबह खाली पेट इसे बीज के साथ पी लें. यह आपके ग्लूकोज के स्तर को कम करने में मदद करेगा. 

करेला (Bitter Gourd)

करेला इंसुलिन-पॉलीपेप्टाइड-पी से भरा हुआ है और बढ़े हुए शुगर के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है. आप इसे सब्जी के रूप में खा सकते हैं या स्मूदी के रूप में भी इसका सेवन कर सकते हैं. 

दालचीनी (Cinnamon)

दालचीनी में बायोएक्टिव कंपाउंड डायबेटिस को रोकने और उससे लड़ने में मदद कर सकता है.  दालचीनी इंसुलिन की गतिविधि को उत्तेजित करके ब्लड शुगर के स्तर को भी नियंत्रित कर सकती है. 

इसके लिए आपको आधा चम्मच पिसी हुई दालचीनी को गर्म पानी में मिलाना होगा और दिन में एक बार इसका सेवन करना होगा. 

विटेमिन C (vitamin - C)

अगर आप ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्हें पुरानी मधुमेह है, तो आपको प्रतिदिन विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे संतरा, नींबू आदि का सेवन करना चाहिए. यह न केवल स्वस्थ त्वचा के लिए मदद करता है, बल्कि यह ब्लड शुगर के स्तर में भी सुधार करता है. 

ऐलो वेरा (Aloe Vera)

एलोवेरा का सेवन आपके ब्लड शुगर के स्तर को कम करने के लिए किया जा सकता है, और यह सूजन-रोधी गुणों से भी भरपूर होता है. आप इसका सेवन छाछ के साथ कर सकते हैं. 

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