वैक्सीन आपको कई सारी बीमारियों से बचने में मदद करती हैं. इसके लिए आपको क्लिनिक या हॉस्पिटल जाना पड़ता है. लेकिन अब आप वैक्सीन को किसी भी समय और कहीं भी प्रिंट कर सकेंगे. मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) के शोधकर्ताओं ने अभिनव मोबाइल वैक्सीन प्रिंटर को लॉन्च कर दिया है. यह उपकरण आकार में छोटा है लेकिन इसके कई फायदे हैं. जैसे इसकी मदद से सुदूर क्षेत्रों में उन व्यक्तियों को आसानी से वैक्सीन दी जा सकेगी जिनके पास पारंपरिक वैक्सीन स्टोर और ट्रांसपोर्ट के लिए जरूरी संसाधनों की कमी है.
मोबाइल वैक्सीन प्रिंटर से लोगों को मिलेगी मदद
मोबाइल वैक्सीन प्रिंटर को एमआईटी के कोच इंस्टीट्यूट फॉर इंटीग्रेटिव कैंसर रिसर्च में बनाया गया है. इसमें एक ही दिन में सैकड़ों वैक्सीन डोज का उत्पादन करने की क्षमता है. इस ग्राउंडब्रेकिंग डिवाइस को किसी भी स्थान पर उपयोग किया जा सकता है. इसके अलावा, वैक्सीन की बढ़ती मांग को भी मैनेज करने में मदद मिल सकती है. इबोला या COVID-19 जैसी बीमारी के प्रकोप के दौरान, मोबाइल वैक्सीन प्रिंटर को प्रभावित क्षेत्रों में ले जाया जा सकता है ताकि स्थानीय आबादी का तेजी से टीकाकरण किया जा सके.
कैसे काम करता है मोबाइल वैक्सीन प्रिंटर?
मोबाइल वैक्सीन प्रिंटर में एक माइक्रोनीडल पैच होती है, उसमें वैक्सीन होती हैं. इसे स्किन पर आसानी से लगाया जा सकता है. ये पैच सैकड़ों माइक्रोनीडल्स से बने होते हैं जो स्किन की सतह के नीचे घुल जाते हैं, जिससे वैक्सीन को एक विशिष्ट इंजेक्शन की आवश्यकता के बिना जारी किया जा सकता है. इसके अलावा, वैक्सीन पैच को प्रिंटिंग के बाद कई महीनों तक रूम टेम्परेचर पर स्टोर किया जा सकता है. जिससे इन्हें कोल्ड स्टोरेज फैसिलिटी तक आसानी तक पहुंचाया जा सकता है. और सुदूर क्षेत्रों के लिए ये बेहतरीन विकल्प है.