बात झूठ पकड़ने वाली मशीन की जिसका इस्तेमाल आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में महिला ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या का सच जानने के लिए होगा. कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष 4 ट्रेनी डॉक्टर के अलावा आरोपी संजय रॉय के पॉलीग्राफ टेस्ट की मंजूरी मिल चुकी है. इस मामले में हकीकत की तह तक पहुंचने के लिए 'पॉलीग्राफ टेस्ट' कितना कारगर साबित हो सकता है. सको समझने के लिए गुड न्यूज टीम ने पूरी प्रक्रिया को समझने की कोशिश की.