बहादुर शाह जफर मार्ग पर शंकर अंतर्राष्ट्रीय गुड़िया संग्रहालय (Shankar's International Dolls Museum) भारत के पहले प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू के समय से मौजूद है. के. शंकर पिल्लै ने इस संग्रहालय की स्थापना की. उन्हें एक राजनीतिक कार्टूनिस्ट से लेकर गुड़ियों के संग्रहकर्ता तक के रूप में जाना जाता है. यहां पर लगभग 85 देशों से 6000 से अधिक गुड़िया एकत्र की गई हैं.
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पूर्व सीबीआई संयुक्त निदेशक उपेन बिस्वास जब पश्चिम बंगाल सरकार में पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के प्रभारी थे, तब उन्होंने कोलकाता के नाव संग्रहालय (Boat Museum) की नींव रखी. यह म्यूजियम विभिन्न प्रकार की स्वदेशी नौकाओं के 46 स्केल मॉडल प्रदर्शित करता है. किसी गाइड के बिना भी, आप जान लेंगे कि हर नाव अलग है और एक विशेष उद्देश्य के लिए बनाई गई है.
(Photo Credit: Rangan Datta/ Museum of India)
कैलिको म्यूज़ियम ऑफ़ टेक्सटाइल्स, अहमदाबाद (The Calico Museum of Textiles, Ahmedabad ) में भारत के हाथ और औद्योगिक रूप से उत्पादित दोनों तरह के वस्त्रों का एक बड़ा संग्रह है, जो पंद्रहवीं से बीसवीं शताब्दी तक के हैं. यह संग्रहालय 1949 से है और इसे उद्योगपति गौतम साराभाई और उनकी बहन, गिरा साराभाई ने स्थापित किया था.
(Photo: Facebook/ahmedabad like never before)
नई दिल्ली के कनॉट प्लेस में Museum of Illusions भारत का पहला ऑप्टिकल इल्यूजन म्यूजियम है. यह आपकी इंद्रियों (Senses) को चुनौती देने के लिए एक मजेदार जगह है. जिसमें होलोग्राम, घूमने वाला सिलेंडर, बिना गुरुत्वाकर्षण वाला कमरा, दर्पण वाले कमरे आदि बहुत कुछ शामिल हैं.
(Photo: Facebook/Museum of Illusions)
दिल्ली में सुलभ इंटरनेशनल म्यूज़ियम ऑफ़ टॉयलेट्स (Sulabh International Museum of Toilets) को सुलभ इंटरनेशनल द्वारा चलाया जाता है. यह स्वच्छता और शौचालयों के वैश्विक इतिहास को समर्पित है. टाइम पत्रिका के अनुसार, यह संग्रहालय दुनिया भर के सबसे विचित्र संग्रहालयों में से एक है.