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भारत

PHOTOS: एशिया के सबसे ऊंचे रेलवे स्टेशन पर दस साल बाद दिखा बर्फबारी का नजारा, पर्यटक जमकर उठा रहे लुत्फ

दार्जिलिंग के घूम में बर्फबारी
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10 साल बाद दार्जिलिंग के घूम रेलवे स्टेशन पर बर्फबारी के रूप में खुशियों ने दस्तक दी. इसका खूबसूरत नजारा देख वहां के लोगों का मन झूम उठा. नए साल का जश्न मनाने दार्जिलिंग गए पर्यटक इस बर्फबारी का जमकर लुत्फ उठा रहे हैं. 

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घूम एशिया का सबसे ऊंचा रेलवे स्टेशन है. यह टाइगर हिल के नीचे है. यहां पर्यटकों की फेवरेट जॉय राइड (टॉय ट्रेन) की भी व्यवस्था है. टाइगर हिल में रात से ही बर्फबारी शुरू हो गई थी और सुबह इसका असर घूम और आसपास के इलाके में भी देखने को मिला. 

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घूम समुद्र तल से 7407 फीट पर स्थित यह भारत का सबसे ऊँचा रेलवे स्टेशन है. विश्व प्रसिद्ध 'द दार्जीलिंग हिमालयन रेलवे' की स्थापना 1879 में रखी गई थी और उस वक्त ही इस पहाड़ी इलाके में पहली बार ट्रेन की पटरियां बिछी थीं. 

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दार्जिलिंग से घूम जाने वाली रोड को वर्षों पहले हिल कार्ट रोड का नाम दिया गया था. इस रोड से आज भी दार्जिलिंग, घूम और सिलीगुड़ी जुड़े हुए हैं और आज भी यह छोटी से रेल लाइन स्थानीय लोगों के लिए उतनी ही ज़रूरी है जितनी वर्षों पहले थी.
 

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अगर आप आज भी सिलीगुड़ी या दार्जीलिंग से घूम की यह ट्रेन लेंगे तो आपको वर्षों पुराना असाधारण तकनीकी कौशल का नमूना देखने को मिल सकता है. दार्जिलिंग से 7 किलोमीटर  दूर बसे इस छोटे से शहर में दार्जिलिंग और इस पूरे इलाके का इतिहास बसा है.
 

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घूम से करीब 1100 फीट ऊपर टाइगर हिल है. टाइगर हिल इस चोटी से दिखने वाले घाटी के सुन्दर नज़ारों के लिए  जाना जाता है. अगर मौसम साफ हो तो यहां से माउंट एवेरेस्ट भी देखा जा सकता है लेकिन घूम में साफ मौसम कम ही देखने को मिलता है. यहां ज्यादातर घने बदल छाए रहते हैं और यही दार्जिलिंग के पास स्थित इस छोटे से शहर की खूबसूरती है. (फोटो साभार: कायेस अंसारी)