1. सबसे युवा कैबिनेट मंत्री : सुष्मा स्वराज ने अपने करियर में कई कीर्तिमान स्थापित किए. दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री होने के अलावा वह देश की दूसरी महिला विदेश मंत्री थीं. 1977 में वह 25 साल की उम्र में हरियाणा की सबसे युवा कैबिनेट मंत्री बनी थीं. वह जवाहरलाल नेहरू के बाद पांच साल का कार्यकाल पूरा करने वाली पहली विदेश मंत्री भी रहीं.
2. पाकिस्तान से है संबंध : सुष्मा स्वराज के पिता हरदेव शर्मा और मां लक्ष्मी देवी पाकिस्तान के लाहौर शहर के धरमपुरा के रहने वाले थे. बंटवारे के बाद वे अंबाला छावनी आ गए, जहां 1952 में सुष्मा स्वराज का जन्म हुआ.
3. 13 दिन की मंत्री : सुष्मा स्वराज 1996 में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की 13 दिन की सरकार में सूचना प्रसारण मंत्री थीं.
4. गीता को भारत लाईं : सुष्मा स्वराज ने विदेश मंत्री के रूप में 23 साल की गीता को भारत से पाकिस्तान लाने में अहम भूमिका निभाई थी. गीता सुन या बोल नहीं सकती थी और 15 साल से पड़ोसी मुल्क में फंसी हुई थी.
5. नॉर्वे में कराया मां-बेटे का मिलन : दिसंबर 2015 में नॉर्वे सरकार ने भारतीय मूल के एक बच्चे को उसकी मां से यह कहते हुए अलग कर दिया था कि बच्चे का शोषण हो रहा है. इसके बाद सुष्मा ने बच्चे और मां को मिलवाने में अहम भूमिका निभाई थी.
6. इमरजेंसी के दौरान हुई शादी : सुष्मा 'शर्मा' की शादी स्वराज कौशल से इमरजेंसी के दौरान हुई थी. दोनों सुप्रीम कोर्ट में वकील थे और आपातकाल आंदोलन का हिस्सा थे. शादी के बाद उन्होंने अपना नाम बदलकर सुष्मा स्वराज कर लिया था.
7. पढ़ाई में उत्कृष्ट : सनातन धर्म कॉलेज में पढ़ाई करते हुए उन्हें लगातार तीन साल तक एन.सी.सी. में सर्वश्रेष्ठ कैडेट का पुरस्कार मिला. उन्हें हरियाणा के भाषा विभाग की ओर से करवाए गए कार्यक्रम में लगातार तीन साल तक हिंदी में सर्वश्रेष्ठ स्पीकर का पुरस्कार भी मिला.
8. सोनिया गांधी के खिलाफ लड़ा चुनाव : सुष्मा ने 1999 में कर्नाटक में बेल्लारी में सिर्फ 12 दिनों के चुनाव प्रचार की बदौलत 3.58 लाख वोट हासिल किए थे. इस चुनाव में वह सोनिया गांधी के खिलाफ लड़ी थीं. हालांकि वह महज 7 प्रतिशत के अंतर से चुनाव हार गई थीं.
9. खोले 6 एम्स : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री (जनवरी 2003 से मई 2004) के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने भोपाल, भुवनेश्वर, जोधपुर, पटना, रायपुर और ऋषिकेश में 6 अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) खोले.
10. मिला स्पेन का तीसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान : सुष्मा स्वराज ने 2015 में नेपाल में भूकंप आने पर स्पेन के नागरिकों को वहां से निकालने में मदद की थी. स्पेन ने इसके लिए 19 फरवरी 2019 को उन्हें प्रतिष्ठित ग्रैंड क्रॉस ऑफ ऑर्डर ऑफ सिविल मेरिट से सम्मानित किया था.