Chandauli Uttar Pradesh: पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली में नाले से निकलकर एक विशालकाय मगरमच्छ ग्रामीण इलाके में पहुंच गया. विजयपुरवा ग्राम सभा के सुखदेव पुर में गांव के बिल्कुल पास धान के खेत में एक विशालकाय मगरमच्छ को देखा गया. इसके बाद ग्रामीणों में हड़कंप मच गया.
आनन फानन में ग्रामीणों ने वन विभाग को इसकी सूचना दी. सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. ग्रामीणों की मदद से तकरीबन 4 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद विशालकाय मगरमच्छ को पकड़कर चंद्रप्रभा डैम में छोड़ दिया गया.
बारिश के कारण आया मगरमच्छ
बारिश का मौसम है और बरसात की वजह से नदियां और नाले उफान पर हैं. वहीं नदियों और नालों में ज्यादा पानी होने की वजह से कई जंगली जानवर रिहायशी इलाकों का रुख करने लगे हैं.
पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के चकिया इलाके की ये घटना है. लगभग 12 फीट लंबे विशालकाय मगरमच्छ का रेस्क्यू किया गया. बताया जा रहा है कि ये विशालकाय मगरमच्छ चंद्रप्रभा नाले से निकलकर रिहायशी इलाके में आ गया था.
दरअसल, चकिया कोतवाली क्षेत्र के विजयपुरवा ग्राम सभा के सुखदेव पुर में किसान अपने खेतों की तरफ गए. इसी दौरान उनकी नजर खेत में मौजूद एक विशालकाय मगरमच्छ पर पड़ी. धान के खेत में मगरमच्छ की मौजूदगी की खबर जंगल की आग की तरफ फैल गई और सैकड़ों लोगों की भीड़ मौके पर जमा हो गई.
किया गया रेस्क्यू
इसी दौरान ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी. ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. ग्रामीणों की मदद से विशालकाय मगरमच्छ को काबू में करने की कोशिश शुरू हुई.
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, तकरीबन 4 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद विशालकाय मगरमच्छ को पकड़ा गया. इसके बाद मगरमच्छ को वन विभाग की टीम अपने साथ ले गई. बाद में मगरमच्छ को सुरक्षित डैम में छोड़ दिया गया.
इस बारे में चकिया रेंज के क्षेत्रीय वन अधिकारी अश्विनी चौबे ने बताया- आज सुबह 6 बजे ग्रामीणों द्वारा सूचना मिली कि विजय पुरवा गांव के सुखदेव पुर में किसानों के खेत में एक मगरमच्छ निकला हुआ है. हम लोग तत्काल राजपथ रेंज और चकिया रेंज की टीम गठित करके मौके पर पहुंचे.
क्षेत्रीय वन अधिकारी ने कहा- हम लोगों ने लगभग 4 घंटे का रेस्क्यू ऑपरेशन किया. इसके बाद मगरमच्छा पकड़ा गया. मगरमच्छ चंद्रप्रभा नाला से निकलकर किसानों के खेत में आ गया था. मगरमच्छ तकरीबन 12 फीट लंबा था और इसका वजन 2 क्विंटल से ऊपर था. मगरमच्छ को सुरक्षित हालत में पकड़ा गया और चंद्रप्रभा डैम में छोड़ दिया गया.