देश की राजधानी नई दिल्ली में 8 से 10 सितंबर को जी20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. दिल्ली एयरपोर्ट इंटरनेशनल लिमिटेड ( DIAL ) के अनुसार, इस जी20 शिखर सम्मेलन के कारण दिल्ली एयरपोर्ट से आने-जाने वाली करीब 160 घरेलू उड़ानों को रद्द किया जा सकता है. DIAL के प्रवक्ता के अनुसार, फ्लाइट को कैंसल करने का फैसला एयरलाइंस ने खुद लिया है और इसका असर अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर नहीं पड़ेगा.
विदेशी मेहमानों के लिए विशेष विमान भरेंगे उड़ान
एयरलाइन से जुड़े अधिकारी ने जानकारी दी है कि 9 से 10 सितंबर के बीच घरेलू उड़ानें प्रभावित या रद्द रहेगी. ट्रैवल ऑपरेटरों ने भी पर्यटकों से आग्रह किया है कि वो वीवीआईपी वाले इलाकों को छोड़कर किसी भी होटल में अपनी बुकिंग कर सकते है. 9 और 10 सितंबर को जी20 समिट के लिए 30 से अधिक देशों के राष्ट्राध्यक्ष और प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संगठन दिल्ली में एकत्र होंगे. बैठक के लिए 50 से अधिक विशेष विमान दिल्ली के लिए उड़ान भरेंगे, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ और चीनी प्रधानमंत्री शी जिनपिंग सहित अन्य लोग शामिल होंगे.
देश का सबसे व्यस्त एयरपोर्ट है दिल्ली एयरपोर्ट
दिल्ली का इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट देश का सबसे बिजी एयरपोर्ट है. एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2022 में IGIA दुनिया के सबसे व्यस्त हवाई अड्डों में नौवें स्थान पर रहा. जहां से करीब 5 करोड़ से ज्यादा यात्रियों ने यात्रा की. IGIA दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया में एकमात्र हवाई अड्डा है जिसने 2019 के मुकाबले 2021 में ओवरओल रैंकिंग में सुधार किया.
गो फर्स्ट के 50 विमान पहले से ही एयरपोर्ट पर खड़े है
भारत के सबसे बड़े दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लगभग 220 पार्किंग स्थल हैं, हालांकि विमानों के आवागमन में तेजी आने के बाद पार्किंग स्लोट लगभग भर जाता है. इधर इंजन की समस्याओं और गो फर्स्ट के दिवालिया होने के कारण हवाई अड्डे पर 50 विमानों के खड़े होने से स्थिति बिगड़ रही है. हांलाकि DIAL ने स्पष्ट किया है कि उड़ानें रद्द होने के पीछे विमान की पार्किंग का कोई संबंध नहीं है. दिल्ली हवाईअड्डा पर पर्याप्त पार्किंग की सुविधा है और हमने पहले ही आवश्यकतानुसार पार्किंग की सुविधा उपलब्ध करा दी है.
8 से 10 सितंबर के बीच यात्रा करने से बचें
8 सितंबर को दोपहर 12 बजे से ही उड़ानों का संचालन कम हो जाएगा.जो 10 सितंबर को दोपहर 12 बजे तक प्रभावी रहेगा. ज्यादातर विदेशी मेहमान इसी दौरान उड़ान भरेंगे. हालांकि नागरिक उड्डयन मंत्रालय का उड़ानों के समय को लेकर कोई जवाब अबतक सामने नहीं आया है. लेकिन एक सरकारी अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा एयरलाइंस और दिल्ली हवाई अड्डे के साथ कई बैठकों के बाद यह निर्णय लिया गया.
वैकल्पिक हवाई अड्डों पर लैंडिग के प्रस्ताव को अन्य देशों ने ठुकराया
G20 में भाग लेने वाले देशों को यह प्रस्तावित किया था कि विदेशी मेहमानों को लखनऊ और जयपुर जैसे नजदीकी हवाई अड्डों पर ले जाएं. लेकिन भाग लेने वाले देशों के मेहमानों की सुरक्षा में लगी सुरक्षा एजंसियों ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया. एक अधिकारी के मुताबिक आपातकालीन हालात में विदेशी नेताओं के लिए योजनाओं बदलनी पड़ती है. ऐसे में वापस दिल्ली लौटने और फिर उड़ान भरने में समय लगेगा.