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Weather Update: दिल्ली और चंडीगढ़ में टूटा बारिश का रिकॉर्ड, IMD ने जारी किया येलो अलर्ट, बिहार-यूपी सहित इन राज्यों में बाढ़ जैसे हालात

Delhi Rain: पश्चिमी विक्षोभ और मॉनसूनी हवाओं का असर पूरे उत्तर भारत में दिखाई देने लगा है. इसके चलते पहाड़ से लेकर मैदानी राज्यों तक भारी वर्षा हो रही है. दिल्ली में बारिश ने 41 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. मौसम विभाग के मुताबिक अभी बारिश का दौर जारी रहेगा.

दिल्ली में बारिश के बाद जलजमाव (फोटो पीटीआई) दिल्ली में बारिश के बाद जलजमाव (फोटो पीटीआई)
हाइलाइट्स
  • उत्तर पश्चिम भारत के अधिकांश स्थानों पर भारी बारिश की संभावना

  • चंडीगढ़ में पिछले 24 घंटे में 322 मिमी दर्ज की गई बारिश

पूरे देश में मॉनसून सक्रिय हो गया है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में शनिवार को भारी बारिश हुई. रविवार के लिए भी उत्तर भारत के ज्यादातर हिस्सों में बारिश की संभावना जताई गई है. मौसम विभाग का अनुमान है कि दिल्ली-एनसीआर वालों को अभी बारिश से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. 

अगले 24 घंटे में इन राज्यों में होगी तेज बारिश 
मध्य प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरण, त्रिपुरा, ओडिशा, गुजरात, गोवा और महाराष्ट्र में अगले 24 घंटे में तेज बारिश की संभावना मौसम विभाग ने जताई है.

बारिश ने दिल्ली में तोड़ा 41 सालों का रिकॉर्ड 
दिल्ली में बारिश का 41 सालों का रिकॉर्ड टूट गया है. 1982 के बाद से जुलाई में एक दिन में सबसे ज्यादा 153 मिमी बारिश हुई हुई है. इससे पहले 25 जुलाई 1982 में 169.9 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई थी. 2003 में 24 घंटे में 133.4 मिमी बारिश हुई थी.  2013 में दिल्ली में एक दिन में 123.4 मिमी बारिश हुई थी. रविवार को लेकर भी मौसम विभाग ने आरेंज अलर्ट जारी किया है. जुलाई के पहले पखवाड़े में शनिवार का दिन पिछले आठ वर्षों में सबसे अधिक ठंडा रहा. इससे पहले वर्ष 2015 में 11 जुलाई को अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. दिल्ली में छह दिनों तक वर्षा का दौर जारी रहने की संभावना है.

चंडीगढ़ में कभी नहीं हुई इतनी बारिश
आईएमडी के मुताबिक पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ में सुबह 8:30 बजे तक 322 मिमी रिकॉर्ड बारिश दर्ज की गई. यह पिछले 24 घंटों में चंडीगढ़ में हुई सर्वाधिक बारिश है. रिपोर्ट्स के मुताबिक चंडीगढ़ में इससे पहले कभी भी 300 मिमी से अधिक बारिश दर्ज नहीं की गई थी. इस महीने की शुरुआत से हो रही लगातार बारिश ने यहां एक दिन में औसत 275 मिमी बारिश का आंकड़ा भी पार कर लिया है.

यूपी में 14 जुलाई तक झमाझम बारिश
उत्तर प्रदेश में मॉनसून सक्रिय होने की वजह से अधिकांश क्षेत्रो में बारिश हो रही है. राजधानी लखनऊ में बारिश होने से खुशनुमा मौसम बना हुआ है. हालांकि, कुछ जिलों में बारी बारिश होने के कारण जलभराव की स्थिति बनी हुई है. मौसम विभाग ने प्रदेश में 9 जुलाई से 14 जुलाई तक पश्चिमी और पूर्वी यूपी के लगभग सभी जगहों पर बारिश होने की संभावनाएं जताई है. कुछ जगह पर भारी बारिश के आसार हैं. 10 जुलाई को पश्चिमी और पूर्वी यूपी में लगभग सभी स्थानों पर बारिश हो सकती है. साथ एक-दो जगह भारी बारिश होने की भी संभावना है.

इन जगहों पर बाढ़ जैसे हालात
बिहार में भी शनिवार को कई जिलों में भारी वर्षा हुई. 24 घंटों के दौरान सिवान में 54.2 मिमी और पटना में 22.8 मिमी वर्षा दर्ज की गई. अगले 24 घंटों के दौरान उत्तर बिहार के चार जिलों किशनगंज, अररिया, पूर्णिया व कटिहार में भारी वर्षा की चेतावनी है. दूसरी ओर राजस्थान के कई जिलों में भारी से पिछले 24 घंटों में अलग-अलग घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई. पंजाब में भी करीब 14 घंटे लगातार हुई वर्षा से दरिया व नदी-नाले उफान पर आ गए हैं. बांधों का जलस्तर भी बढ़ गया है. सबसे ज्यादा फिरोजपुर में रिकार्ड 176 मिलीमीटर वर्षा हुई. राज्य के कई इलाके पानी में डूब गए. यूपी में भी कई जगहों पर बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं.

हिमाचल प्रदेश के सात जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी
आईएमडी ने रविवार के लिए हिमाचल प्रदेश के सात जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. पहाड़ी राज्य में भूस्खलन और बाढ़ के कारण शिमला, सिरमौर, लाहौल- स्पीति, चंबा और सोलन जिलों में कई सड़कें अवरुद्ध हो गईं. अटल सुरंग से लगभग एक किलोमीटर दूर टीलिंग नाले में बाढ़ आने के बाद मनाली-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गया. लाहौल-स्पीति जिले के उदीपुर में मदरांग नाला और काला नाला में अचानक आई बाढ़ के बाद सड़कें भी अवरुद्ध हो गईं.

एमपी में के 27 जिलों में तेज बारिश की संभावना
मध्य प्रदेश में अगले 24 घंटे के लिए 27 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. भोपाल, विदिशा, रायसेन, राजगढ़, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी जिले शामिल हैं. बाकी जगह हल्की बारिश हो सकती है.

पश्चिमी विक्षोभ ने बदला मौसम
मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में बदलाव हुआ है. इसके असर से शनिवार को भारी बारिश हुई. रविवार को भी ऐसी स्थिति बने रहने का अनुमान है. विशेषज्ञों का कहना है कि इस बीच मॉनसून ट्रफ अपनी सामान्य स्थिति से दक्षिण की ओर चल रही है. वहीं, दक्षिण पश्चिम राजस्थान में चक्रवाती दशाएं बनी हैं. आने वाले 24 से 36 घंटों में पश्चिमी विक्षोभ और मॉनसूनी हवाओं के कारण उत्तर पश्चिम भारत के अधिकांश स्थानों पर मध्यम स्तर की वर्षा होने की संभावना है. विभाग के अनुसार 10 जुलाई के बाद बारिश से कुछ राहत मिल सकती है. 

कितनी बारिश को कहते हैं भारी बारिश
मौसम कार्यालय के अनुसार 15 मिमी से कम बारिश को हल्की, 15 मिमी और 64.5 मिमी के बीच मध्यम, 64.5 मिमी और 115.5 मिमी के बीच भारी और 115.6 मिमी और 204.4 मिमी के बीच बहुत भारी बारिश मानी जाती है. वहीं, 204.4 मिमी से अधिक बारिश को अत्यधिक भारी बारिश के रूप में श्रेणीबद्ध किया गया है.