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छोटी सी उम्र में बड़ा कारनामा, 5 साल के दिविज ने इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड दर्ज कराया नाम

दिविज ने 9 अंको के जोड़ मात्र 7 मिनिट 44 सेकंड में हल कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रिकॉर्ड दर्ज किया है. दिविज की इस उपलब्धि पर उन्हें मेडल और सर्टिफिकेट से नवाजा गया है. टीकमगढ़ जिले के 5 साल के  होनहार बालक की इस उपलब्धि से उनके परिजन के साथ-साथ शहर के लोगों में खुशी का माहौल है. शहर के लोग दिविज के माता-पिता और दादा-दादा को बधाई दे रहे हैं.

5 साल के दिविज ने इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड दर्ज कराया नाम 5 साल के दिविज ने इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड दर्ज कराया नाम
हाइलाइट्स
  • छोटी सी उम्र में रचा कारनामा

  • अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दर्ज किया रिकॉर्ड

प्रतिभा कभी उम्र की मोहताज नहीं होती. आप अपनी प्रतिभा को किसी भी उम्र में दिखा सकते हैं. आज हम आपको जिस बच्चे की कहानी सुनाने जा रहे हैं. उसके साथ भी ऐसा ही कुछ है. हम बात कर रहे हैं मध्य प्रदेश के रहने वाले दिविज सतभैया की.

छोटी सी उम्र में रचा कारनामा
मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ शहर के रहने वाले दिविज सतभैया महज 5 साल के हैं. इस छोटी सी उम्र से दिविज ने इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवा लिया है. दिविज की इस उपलब्धि से उनके जिले का नाम पूरी दुनिया रोशन हो गया है. दिविज एल केजी कक्षा में पढ़ने के साथ मैथ्स में रूची रखते है. अब आप सोच रहे होंगे की इस बच्चे ने आखिर ऐसा किया क्या है. 

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दर्ज किया रिकॉर्ड
दिविज ने 9 अंको के जोड़ मात्र 7 मिनिट 44 सेकंड में हल कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रिकॉर्ड दर्ज किया है. दिविज की इस उपलब्धि पर उन्हें मेडल और सर्टिफिकेट से नवाजा गया है. टीकमगढ़ जिले के 5 साल के  होनहार बालक की इस उपलब्धि से उनके परिजन के साथ-साथ शहर के लोगों में खुशी का माहौल है. शहर के लोग दिविज के माता-पिता और दादा-दादा को बधाई दे रहे हैं.

ऑनलाइन क्लास से मिला मार्गदर्शन
दिविज की अंकों में रुचि देखकर उनके माता-पिता ने 3 वर्ष की उम्र में ही पहचान लिया था. कोरोना काल में जब सभी स्कूल बंद थे और लोग इस कठिन समय में स्कूली शिक्षा प्राप्त नहीं कर पा रहे थे. उस वक्त ऑनलाइन क्लासेज के माध्यम से दिविज को जो मार्गदर्शन मिला उससे उन्हें ये मुकाम हासिल हुआ. ऑनलाइन पढ़ाई की शुरुआत के लिए दिविज ने इंदौर की निहारिका मैडम पर विश्वास और मार्गदर्शन के साथ मेहनत  की और इंटरनेशनल बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कर लिया.