सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने महिलाओं की सुरक्षा की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए बॉर्डर से गुजरने वाली महिलाओं की जांच के लिए 7,500 महिला कर्मियों को तैनात किया है. बीएसएफ के महानिदेशक पंकज कुमार सिंह ने मंगलवार को बताया कि बल में लगभग 7,500 महिलाकर्मी हैं, जिनमें से कई को केवल बॉर्डर से गुजरने वाली महिलाओं की तलाशी के लिए तैनात किया गया है.
BSF के 57वें स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर बात करते हुए पंकज कुमार सिंह ने कहा, "बॉर्डर के हर गेट पर हमारे पास महिला कर्मी तैनात हैं जो केवल महिलाओं की तलाशी लेंगी और कुछ नहीं." उन्होंने कहा कि अगर सीमा पर आम महिलाओं के साथ पुरुष कर्मियों के दुर्व्यवहार का कोई भी मामला सामने आएगा तो ऐसे कर्मियों के साथ सख्ती से पेश आया जाएगा. बीएसएफ महानिदेशक ने कहा, "अनुशासनहीनता बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी, किसी भी कीमत पर, मैं आपको पूरी तरह से आश्वस्त करता हूं."
1 दिसंबर,1965 को स्थापित किया गया था BSF
बीएसएफ के महानिदेशक पंकज कुमार सिंह ने कहा कि सीमा सुरक्षा बल (BSF) के रैंक में लगभग 7,500 महिला कर्मी हैं, जिनमें से 139 अधिकारी हैं. बीएसएफ प्रमुख का बयान टीएमसी विधायक द्वारा हाल ही में लगाए गए एक आरोप के बाद आया है, जिसमें कहा गया था कि बीएसएफ के जवानों ने तलाशी के दौरान महिलाओं को गलत तरीके से छुआ.
इस महीने की शुरुआत में पश्चिम बंगाल विधानसभा में एक चर्चा के दौरान बल के क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र को बढ़ाने के केंद्र के फैसले के विरोध में एक प्रस्ताव पेश किया गया था. इस दौरान विधायक उदयन गुहा ने सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोगों पर बीएसएफ द्वारा किए गए अत्याचारों के बारे में बात की थी. इसे 1 दिसंबर, 1965 को स्थापित किए गए बीएसएफ के पास वर्तमान में लगभग 2.65 लाख कर्मी हैं. यह 6,300 किलो मीटर तक की भारतीय सीमा की रक्षा करता है, जिसमें पश्चिम में पाकिस्तान और देश के पूर्व में बांग्लादेश है.