
असम के दीमा हसाओ जिले की एक कोयला खदान में फंसे नौ मजदूरों को बचाने के लिए राष्ट्रीय आपदा बचाव बल (NDRF) और राज्य आपदा बचाव बल (SDRF) के बाद सेना की टीम को भी बुला लिया गया था. और अब नौसेना को भी इस बचाव कार्य में शामिल कर लिया गया है.
ये टीमें अपने गोताखोरों की मदद से खदान में फंसे मजदूरों की तलाश में जुटी हुई हैं. यह खदान मेघालय की सीमा के पास उमरंगसो शहर में है. ये मजदूर एक दिन पहले खदान के अंदर गए थे लेकिन अचानक पानी भरने से वहां फंस गए. इन्हें बचाने के लिए एक्सपर्ट्स की निगरानी में यह रेस्क्यू ऑपरेश चलाया जा रहा है.
खदान में कैसे फंसे मजदूर?
ये सभी मजदूर एक दिन पहले सुबह सात बजे 300 फीट गहरी रैट होल खदान में गए थे. कुछ देर बाद खदान पानी से भर गई. इसी वजह से ये मजदूर अंदर फंस गए. जानकारी मिलते ही एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम बिना वक्त गंवाए मौके पर पहुंची और बचाव में जुट गई. असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने इन मजदूरों के फंसे होने की जानकारी सोशल मीडिया पर दी.
एक्स पर किए गए सरमा के पोस्ट के अनुसार इन 9 मजदूरों की पहचान गंगा बहादुर श्रेठ, हुसैन अली, जाकिर हुसैन, सर्पा बर्मन, मुस्तफा शेख, खुशी मोहन राय, संजीत सरकार, लिजान मगर और शरत गोयारी के रूप में हुई है.
मदद के लिए बुलाए गए नौसेना के गोताखोर
जब एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के गोताखोर मजदूरों का पता नहीं लगा पाए तो सेना की मदद ली गई. इन गोताखोरों को पूरी तैयारी के साथ क्रेन की मदद से खदान के अंदर भेजा गया. हालांकि करीब 300 फीट गहरी इस खदान में 100 फीट तक पानी भर चुका था. इसके चलते रेस्क्यू टीम को मजदूरों तक पहुंचने में दिक्कत पेश आ रही थी.
अंततः नौसेना के डीप डाइवर्स (Deep Divers) को तलब किया गया. मुख्यमंत्री सरमा ने एक्स पर इसकी जानकारी दी. उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, "बचाव अभियान में सहायता के लिए नौसेना के गोताखोरों को बुलाया गया है. तैनात टीम के आकलन के अनुसार खदान के अंदर पानी का स्तर लगभग 100 फीट तक बढ़ गया है. गोताखोर विशाखापत्तनम से आ रहे हैं और उनके जल्द ही पहुंचने की उम्मीद है."
सरमा ने कुछ समय बाद एक अन्य ट्वीट में बताया कि नौसेना के गोताखोरों की अगुवाई में बचाव कार्य किया जा रहा है.
एक व्यक्ति की हुई मृत्यु
बचाव कार्य के दौरान बुधवार सुबह खदान से एक व्यक्ति का शव निकाला गया. मुख्यमंत्री सरमा ने इसकी जानकारी देते हुए लिखा, "21 पैरा-गोताखोरों ने रैट माइन की सतह से अभी-अभी एक शव निकाला है. हमारी संवेदनाएं मृतक के परिजनों के साथ हैं."
उमरांगसो पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता की धारा 105 के सेक्शन 3(5) के तहत एफआईआर दर्ज की है. मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि यह एक अवैध खदान प्रतीत होती है. खदान के मालिक को गिरफ्तार कर लिया गया है.
सरमा ने ट्वीट किया, "पुलिस ने घटना की जांच के लिए खान एवं खनिज (विकास एवं विनियमन) अधिनियम, 1957 की धारा 21(1) के साथ धारा 3(5)/105 बीएनएस का हवाला देते हुए उमरंगसो पीएस केस संख्या 02/2025 के तहत एफआईआर दर्ज की है. प्रथम दृष्टया यह एक अवैध खदान प्रतीत होती है. मामले के संबंध में पुनीश नुनिसा नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. "