ओडिशा के बालासोर में ट्रेन हादसे के चलते इस रूट की ट्रेनों की आवाजाही पर भी असर पड़ा है. हादसे को करीब 38 घंटे बीत चुके हैं लेकिन उस रूट पर अभी तक ट्रेनों की आवाजाही बंद है. रेलवे की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक अभी तक 90 ट्रेनों को कैंसिल कर दिया गया है, जबकि 46 ट्रेनों का रूट डायवर्ट किया गया है. इसके अलावा 11 ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है.
नॉर्दर्न रेलवे की दो ट्रेनें भी रद्द
नॉर्दर्न रेलवे की दो ट्रेनें रद्द की गई हैं. इनमें नई दिल्ली-पुरी पुरुषोत्तम एक्सप्रेस और आनंद विहार टर्मिनल-पुरी नीलांचल एक्सप्रेस शामिल हैं. कैंसल की गईं 90 ट्रेनों में साउथ की भी कई ट्रेनें शामिल हैं. इनमें बेंगलुरु से कामाख्या एक्सप्रेस, बेंगलुरु से भागलपुर एक्सप्रेस, विल्लुपुरम से पुरुलिया एक्सप्रेस, तिरुवनंतपुरम से शालीमार एक्सप्रेस शामिल हैं. कुल 46 ट्रेनों के रूटों में बदलाव किया गया है। इसके अलावा 11 ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है.
ये ट्रेनें भी नहीं चल रहीं
शनिवार शाम तक उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, दक्षिण रेलवे ने चार जून को चेन्नई से सुबह सात बजे रवाना होने वाली डॉक्टर एमजीआर चेन्नई सेंट्रल-शालीमार कोरोमंडल एक्सप्रेस और चेन्नई से सुबह आठ बजकर 10 मिनट पर रवाना होने वाली डॉक्टर एमजीआर चेन्नई सेंट्रल-संतरागाछी एसी सुपरफास्ट ट्रेन को भी रद्द कर दिया है. उधर, दक्षिण रेलवे भी हादसे से प्रभावित लोगों के परिजनों/रिश्तेदारों के लिए चेन्नई से भद्रक तक स्पेशल ट्रेन चला रहा है.
मरम्मत का काम जोर-शोर से जारी
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव रविवार को एक बार फिर घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों पर तेजी से काम चल रहा है. कल रात एक ट्रैक काम लगभग पूरा हो गया. रविवार को एक ट्रैक की पूरी मरम्मत करने की कोशिश रहेगी. सभी डिब्बों को हटा दिया गया है. उन्होंने कहा कि ट्रैक बहाली का काम तेजी से चल रहा है. हमने बुधवार को सब कुछ ठीक करने का लक्ष्य रखा है. कोशिश कर रहे हैं कि रविवार शाम तक एक ट्रैक पर परिचालन बहाल कर दिया जाए. केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेलवे सुरक्षा आयुक्त ने मामले की जांच की है. हादसे के कारण का पता लग गया है और इसके लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान भी कर ली गई है. इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग में बदलाव के कारण यह दुर्घटना हुई है. बता दें कि गत 2 जून को हुए बालासोर रेल हादेस में अभी तक 288 यात्रियों की मौत हो चुकी है.