आधार कार्ड भारतीयों के लिए बहुत महत्वपूर्ण दस्तावेज है. इसके बिना कई सरकारी और निजी काम रुक जाते हैं. यदि आपके आधार कार्ड में पुरानी जानकारी है और उसे अपडेट नहीं किया है तो आपके लिए परेशानी हो सकती है. आइए जानते हैं कब तक आप आधार कार्ड को फ्री में अपडेट कर सकते हैं और इसकी प्रक्रिया क्या है?
ये है आखिरी तारीख
केंद्र सरकार ने 10 साल पुराने आधार कार्ड को अपडेट करने के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है और UIDAI की तरफ से इसे फ्री में अपडेट करने की सुविधा भी दी जा रही है. यदि आपका भी 10 साल पुराना आधार कार्ड है तो आपको इसे जल्दी से अपडेट कर लेना चाहिए. आधार को फ्री में अपडेट करने की अंतिम तिथि 14 दिसंबर 2023 है. अपडेट के लिए आपको UIDAI की वेबसाइट या आधार सेंटर जाना होगा, जहां आपसे कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा. आधार अपडेट के लिए आपको दो जरूरी डॉक्यूमेंट की जरूरत होगी. पहला पहचान पत्र और दूसरा एड्रेस प्रूफ. पहचान पत्र के तौर पर आप वोटर कार्ड दे सकते हैं. आमतौर पर आधार अपडेट के लिए आधार सेंटर पर 50 रुपए का शुल्क लगता है.
ऑनलाइन फ्री में इस तरह आधार करें अपडेट
1. इसके लिए आप सबसे UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट पर क्लिक करें.
2. इसके बाद आपको आधार अपडेट के विकल्प को चुनना होगा.
3. उदाहरण के तौर पर आपको पता अपडेट करने के लिए अपडेट एड्रेस के विकल्प को चुनना होगा.
4. आगे रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर दर्ज करके ओटीपी को यहां दर्ज करना होगा.
5. इसके बाद Documents Update के विकल्प को चुनना होगा.
6. आगे आपको आधार से जुड़े डिटेल्स दिखाई देगा.
7. सभी डिटेल्स को वेरिफाई करें और फिर एड्रेस अपडेट करने के मांग गए डॉक्यूमेंट्स को अपलोड कर दें.
8. इसके बाद आधार अपडेट की प्रक्रिया को स्वीकार कर लें.
9. इसके बाद आपके बाद 14 नंबर का अपडेट रिक्वेस्ट नंबर (URN) नंबर मिल जाएगा.
10. इसके जरिए आप आधार अपडेट की प्रक्रिया को ट्रैक कर सकते हैं.
आंख की पुतली स्कैन करके भी बनेगा आधार कार्ड
फिंगरप्रिंट न होने पर आईरिस यानी आंख की पुतली के स्कैन से भी आधार कार्ड के लिए नामांकन किया जा सकता है. केरल की जोसीमोल पी जोस के हस्तक्षेप के बाद केंद्र सरकार ने यह फैसला किया है. जोसीमोल अंगुलियां न होने के चलते आधार कार्ड के लिए नामांकन नहीं कर पाई थीं.
मंत्री ने दी जानकारी
इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने बताया कि भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण की टीम ने उसी दिन जोस के घर जाकर उनका आधार नंबर तैयार किया. चंद्रशेखर ने कहा, सभी आधार सेवा केंद्रों को निर्देश दिए हैं कि वैकल्पिक बायोमेट्रिक्स से जोस जैसे या फिर ऐसे लोग जिनकी अंगुलियों के निशान धुंधले हो चुके हैं, आईरिस यानी आंख की पुतली स्कैन के जरिए उनके आधार जारी करें. इसी तरह, यदि किसी कारण किसी व्यक्ति की आंखों की पुतलियों को स्कैन नहीं किया जा सकता है, वह केवल अपने फिंगरप्रिंट का उपयोग करके आधार के लिए नामांकन करा सकता है.
असाधारण श्रेणी के तहत हर दिन इतने लोगों का नामांकन
यूआईडीएआई के एक बयान में कहा गया है कि एक पात्र व्यक्ति जो अंगुली और आईरिस दोनों बायोमेट्रिक्स देने में असमर्थ है, वह फिर भी आधार के लिए नामांकन करा सकता है. ऐसे व्यक्ति का नाम, लिंग, पता और जन्मतिथि और वर्ष को बायोमेट्रिक्स के साथ कैप्चर किया जाता है. इसके अलावा, अंगुलियों या आईरिस या दोनों के मैच न होने की स्थिति में दिशानिर्देश में निर्दिष्ट तरीके से एक तस्वीर ली जाती है.
आधार नामांकन केंद्र के पर्यवेक्षक को ऐसे नामांकन को असाधारण श्रेणी में मान्य करना होता है. बयान में कहा गया है कि आवश्यक जानकारी जमा करके नामांकन प्रक्रिया से गुजरने वाले प्रत्येक पात्र व्यक्ति को बायोमेट्रिक्स न होने के बावजूद आधार नंबर जारी किया जा सकता है. यूआईडीएआई असाधारण श्रेणी के तहत हर दिन लगभग 1,000 लोगों का नामांकन करता है. यूआईडीएआई ने अब तक लगभग 29 लाख लोगों को आधार नंबर जारी किए हैं, जिनकी अंगुलियां नहीं हैं अथवा अंगुली या आईरिस या दोनों बायोमेट्रिक्स देने में असमर्थ थे.