
प्रयागराज में संगम के तट पर महाकुंभ का आगाज होने वाला है. इसकी तैयारी पूरी हो गई है. महाकुंभ की शुरुआत से पहले प्रयागराज में 'आज तक धर्म संसद' का आयोजन हुआ है. इसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचे. उन्होंने महाकुंभ की तैयारियों को लेकर बातचीत की. इस दौरान सीएम योगी ने साल 2013 के महाकुंभ को लेकर मॉरिशस के प्रधानमंत्री का एक किस्सा सुनाया. उन्होंने बताया कि कैसे मॉरिशस के पीएम गंगा की हालत को देखकर रो पड़े थे? चलिए आपको वो पूरा किस्सा बताते हैं.
...जब रो पड़े थे मॉरिशस के पीएम-
'आज तक धर्म संसद' में सीएम योगी मॉरिशस के पीएम का किस्सा सुनाया. उन्होंने कहा कि साल 2013 में प्रयागराज में महाकुंभ था. उस समय महाकुंभ के स्तर पर क्या स्थिति थी? इसी त्रिवेणी पर मॉरिशस के तत्कालीन प्रधानमंत्री संगम में स्नान करने के मकसद से आए थे. लेकिन गंदगी को देखकर बड़े दुखी मन से उन्होंने इस बात को कहा कि क्या यही गंगा है? आंखों से आंसू बहाकर वे वापस चले गए. मॉरिशस एक ऐसा देश है, जो अपने आप को लघु भारत कहता है. मॉरिशस के लोगों ने मां गंगा की स्मृति को गंगा तालाब के रूप से संजोया हुआ है. लेकिन वहां पर कभी ये महत्व नहीं मिल पाया. यहां पर वो अवसर उस समय नहीं मिल पाया. साल 2019 में मैं वहां के प्रधानमंत्री से मैंने अनुरोध किया कि काशी में आए हैं तो प्रयागराज में स्नान करें. उनको 2013 की याद थी. उन्होंने कुछ कहा नहीं, वो हंस पड़े. बाद में वो 450 लोगों के साथ आए और संगम में स्नान किया. वो बहुत ही प्रफुल्लित होकर गए.
गंगा के पानी में प्रदूषण पर बोले सीएम योगी-
जब सीएम योगी आदित्यनाथ से गंगा के पानी में प्रदूषण को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मैंने भी कुछ ऐसे बयान पढ़े थे और मैं यहां पर कई बार आया हूं. संगम के तय पर आकर जल को देखा है, जल की मात्रा को देखा है. जल से स्नान भी किया और उसका आचमन भी किया है. मेरा तो स्वास्थ्य खराब नहीं हुआ. कुछ लोगों ने दुष्प्रचार का एक ठेका ले रखा है.
वक्फ की जमीन पर महाकुंभ?
जब मुख्यमंत्री से सवाल किया गया कि खबरें आईं कि वक्फ की जमीन पर महाकुंभ हो रहा है? इसपर उन्होंने कहा कि हम जानते थे कि प्रयागराज जिस कार्य का हकदार था, उसको प्राप्त होना चाहिए. प्रधानमंत्री जी का भी बार-बार यही निर्देश रहा है कि हमारे पावन तीर्थों को उसका अधिकार मिलना चाहिए. देश और दुनिया की हर निगाह अयोध्या के लिए लगी थी, हर व्यक्ति के कदम बढ़ रहे थे. ये आहट मुझे दिसंबर 2023 से ही सुनाई दे रही थी कि जब महाकुंभ होगा तो कनेक्टिविटी की क्या व्यवस्था होगी. सीएम योगी ने कहा कि हम लोग 2019 से इसकी तैयारी को लेकर सचेत थे. मैं आज कह सकता हूं कि 10 हजार एकड़ में महाकुंभ के पंडाल लगे हैं. इसके अलावा 5 हजार एकड़ में पार्किंग की व्यवस्था दी गई है.
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