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ABHYAS: अब कांप जाएंगे दुश्मन! ओडिशा के तट पर स्वदेशी हाई स्पीड लड़ाकू विमान का सफल परीक्षण

यह लड़ाकू विमान छोटे गैस टरबाइन इंजन से संचालित होता है. इसे स्वायत्त उड़ान भरने के इरादे से डिजाइन किया गया है. यह सतह से सतह और हवा से हवा में मार करने में सक्षम है.

ABHYAS successfully tested ABHYAS successfully tested
हाइलाइट्स
  • हवा से हवा मार करने में सक्षम है

  • मजबूत होगी भारतीय रक्षा प्रणाली

ओडिशा के बालासोर में डीआरडीओ को एक बड़ी सफलता म‍ि‍ली है. रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने बुधवार को ओडिशा में बंगाल की खाड़ी के तट पर चांदीपुर एकीकृत परीक्षण रेंज (ITR) से अभ्यास (ABHYAS) - हाई-स्पीड एक्सपेंडेबल एरियल टारगेट (HEAT) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया. इससे भारतीय रक्षा प्रणाली को और मजबूती मिलेगी.

टारगेटेड एयरक्राफ्ट को एक पूर्व-निर्धारित कम ऊंचाई वाले उड़ान पथ में एक ग्राउंड बेस्ड कंट्रोलर से उड़ाया गया था, जिसकी निगरानी आईटीआर द्वारा तैनात विभिन्न ट्रैकिंग सेंसर द्वारा की गई थी. इसमें रडार और इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल लक्ष्यीकरण प्रणाली शामिल है.

क्या हैं खूबियां?

ABHYAS को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के वैमानिकी विकास प्रतिष्ठान द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है. हवाई वाहन को ट्विन अंडर-स्लंग बूस्टर का उपयोग करके लॉन्च किया गया था जो वाहन को तुरंत एक्सीलेरेशन प्रदान करते हैं. यह उच्च सबसोनिक गति पर एक लंबी सहनशक्ति उड़ान को बनाए रखने के लिए एक छोटे गैस टरबाइन इंजन द्वारा संचालित है. टारगेट एयरक्राफ्ट नेविगेशन के लिए माइक्रो-इलेक्ट्रोमैकेनिकल सिस्टम-आधारित जड़त्वीय नेविगेशन सिस्टम के साथ-साथ मार्गदर्शन और नियंत्रण के लिए उड़ान नियंत्रण कंप्यूटर के साथ-साथ बहुत कम ऊंचाई वाली उड़ान के लिए स्वदेशी रेडियो अल्टीमीटर और ग्राउंड कंट्रोल स्टेशन और लक्ष्य के बीच एन्क्रिप्टेड संचार के लिए डेटा लिंक से लैस है. वाहन को पूरी तरह से स्वायत्त उड़ान के लिए प्रोग्राम किया गया है.