यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे हमले के खतरनाक हालातों को देखते हुए वहां फंसे भारतीय छात्रों के लिए लगातार एडवाइजरी जारी की जा रही है. हाल ही में भारत के रक्षा मंत्रालय द्वारा एक और एडवाइजरी जारी की गई है जिसके जरिए युद्ध में फंसे छात्रों को रूसी भाषा के कुछ वाक्य और इस दौरान जरूरी सामान को साथ रखने की बात कही गई है. इसके अलावा छात्रों के लिए कुछ चेतावनी और ऐसे हालातों से कैसे निपटना है इसके लिए भी कुछ नियम जारी किए गए हैं.
ग्रुप बनाकर रहें और एक-दूसरे की जानकारी रखें
भारतीयों से कहा गया है कि जो भी लोग वहां मौजूद हैं वो अपने साथी भारतीयों के साथ जो भी जानकारी है उसे शेयर जरूर करें. इसके अलावा मानसिक रूप से मजबूत रहें और घबराएं नहीं.
सरकार ने एडवाइजरी में कहा कि अपने आप को दस भारतीय छात्रों के छोटे समूहों या दलों में बांटे और अपनी उपस्थिति और ठिकाने की जानकारी हमेशा अपने दोस्त से शेयर करें. व्हाट्सएप ग्रुप बनाएं और नाम, पता, मोबाइल नंबर के साथ पूरी जानकारी शेयर करें. दूतावास या नई दिल्ली में कंट्रोल रूम के साथ व्हाट्सएप पर जियोलोकेशन साझा करें. इसके अलावा हर 8 घंटे में जानकारी अपडेट करते रहें. फोन की बैटरी बचाने के लिए केवल जरूरत पढ़ने पर ही संपर्क करें.
इन चीजों को हमेशा पास रखें
आपातकालीन किट में पासपोर्ट, आईडी कार्ड, आवश्यक दवा, जीवन रक्षक दवाएं, मशाल, माचिस, लाइटर, मोमबत्ती,कैश, टॉर्च, पावर बैंक, पानी, प्राथमिक चिकित्सा किट, हेडगियर, मफलर, दस्ताने, गर्म जैकेट, गर्म होना चाहिए. मोज़े और जूते की एक जोड़ी, जैसा भी उपलब्ध रहे.
वहीं स्थिति कितनी खराब हो सकती है इसके बारे में भी बताया गया है.
-हवाई हमले, विमान या फिर ड्रोन द्वारा हमले हो सकते हैं,
- मिसाइल हमले,
- आर्टिलरी शेलिंग,
- छोटे हथियार/गोलाबारी,
- ग्रेनेड विस्फोट,
- मोलोटोव कॉकटेल(पेट्रोल बम),
- इमारतें ध्वस्त हो सकती हैं,
- मलबे गिर सकते हैं,
- इंटरनेट जैमिंग,
- बिजली/भोजन/पानी की कमी
क्या न करें?