
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का गुरुवार देर रात निधन हो गया. उनके निधन के बाद कई बड़े नेताओं मे शोक जताया. जिसमें देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल थे. इसी शोक के बीच योगी सरकार के एक मंत्री असीम अरुण ने डॉ. मनमोहन के साथ बिताए अपने पुराने दिनों को याद किया.
क्या रिश्ता था असीम अरुण और मनमोहन के बीच
असीम अरुण 2004 से करीब 3 साल तक डॉ. मनमोहन के बॉडीगार्ड रहे हैं. वह हमेशा उनके साथ एक परछाई के रूप में रहते थे. डॉ. मनमोहन के निधन पर असीम अरुण ने एक सोशल मीडिया पोस्ट भी शेयर किया है.
असीम अरुण कहते हैं कि एसपीजी में पीएम की सुरक्षा का सबसे अंदरुनी घेरा होता है-क्लोज़ प्रोटेक्शन टीम. जिसका नेतृत्व करने का अवसर मुझे मिला था. एआईजी सीपीटी वो व्यक्ति है जो पीएम से कभी भी दूर नहीं रह सकता. यदि एक ही बॉडी गार्ड रह सकता है तो साथ यह बंदा होगा. ऐसे में उनके साथ उनकी परछाई की तरह साथ रहने की जिम्मेदारी थी मेरी.'
मैं 2004 से लगभग तीन साल उनका बॉडी गार्ड रहा। एसपीजी में पीएम की सुरक्षा का सबसे अंदरुनी घेरा होता है - क्लोज़ प्रोटेक्शन टीम जिसका नेतृत्व करने का अवसर मुझे मिला था। एआईजी सीपीटी वो व्यक्ति है जो पीएम से कभी भी दूर नहीं रह सकता। यदि एक ही बॉडी गार्ड रह सकता है तो साथ यह बंदा… pic.twitter.com/468MO2Flxe
— Asim Arun (@asim_arun) December 26, 2024
किस कार से था डॉ. मनमोहन का लगाव
असीम अरुण ने एक्स पर लिखे अपने पोस्ट में कहा कि मारुति 800, जो पीएम हाउस में चमचमाती काली बीएमडब्ल्यू के पीछे खड़ी रहती थी. मनमोहन सिंह जी उसको लेकर बार-बार मुझे कहते थे कि असीम, मुझे इस कार में चलना पसंद नहीं, मेरी गड्डी तो यह है (मारुति).
मैं समझाता कि सर यह गाड़ी आपके ऐश्वर्य के लिए नहीं है, इसके सिक्योरिटी फीचर्स ऐसे हैं जिसके लिए एसपीजी ने इसे लिया है. लेकिन जब कारकेड मारुति के सामने से निकलता तो वे हमेशा मन भर उसे देखते. जैसे संकल्प दोहरा रहे हो कि मैं मिडिल क्लास व्यक्ति हूं और आम आदमी की चिंता करना मेरा काम है. करोड़ों की गाड़ी पीएम की है, मेरी तो यह मारुति है.