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आगर मालवा में महिला पुलिस की अनोखी पहल, गांव-गांव जाकर महिलाओं को बता रही हैं साइबर क्राइम से बचने के गुर

मध्य प्रदेश के आगर मालवा में दो महिला पुलिस अधिकारियों ने लड़कियों ओर महिलाओ को सोशल मीडिया से हो रहे क्राइम को बचाने की अनूठी पहल शुरू की है. वे लगातार लोगों को इस बारे में सचेत कर रही हैं.

Police unique initiative on women's safety Police unique initiative on women's safety
हाइलाइट्स
  • महिला पुलिस विंग ने शुरू की एक अनूठी पहल

  • लड़कियों को अलर्ट रहने की नसीहत 

आज के दौर में महिलाएं ओर लड़कियां दिन-प्रतिदिन साइबर क्राइम का शिकार हो रही हैं. ऐसे में, आगर मालवा जिले की महिला पुलिस विंग ने एक अनूठी पहल की है ताकि महिलाओं को ऑनलाइन स्कैम और साइबर क्राइम से बचाया जा सके.  

दरअसल, जिले की दो महिला SDOP अब लगातार गांवो में पहुंचकर लड़कियों और महिलाओं से बात कर रही हैं. ये महिला पुलिस अधिकारी स्कूल और महाविद्यालयों में चौपाल का आयोजन करती हैं और बातचीत के जरिये लड़कियों को सचेत कर रही हैं. 

लड़कियों को अलर्ट रहने की नसीहत 
जिले की महिला SDOP मोनिका सिंह और आकांशा, जगह-जगह जाकर लड़कियों को समझा रही हैं. वे महिलाओं को आजादी के साथ-साथ, हंसी -अठखेली मे मोबाईल ओर साइबर क्राइम से बचने के बारे में बता रही हैं. इसके लिए वे हर दो या तीन दिन मे किसी न किसी गांव, आंगनवाड़ी या किसी भी स्कूल मे जाकर लड़कियों को समझाती हैं. 

लड़कियों को बताया जाता है कि कैसे वे साइबर क्राइम से बचें, कैसे वे मोबाइल के मध्यम से हो रहे अपराधों से खुद को बचा कर रखें. ये दोनो अधिकारी बालिकाओं को एकत्रित करके उनकी चौपाल लगाती हैं. 

खुद की सुरक्षा है जरूरी 
अधिकारियों ने पोस्टर ओर बैनर भी बनवाएं हैं. जिनपर तरह-तरह के मोटिवेशनल विचार लिखे गए हैं. बात इन लड़कियों की करें तो वे बहुत खुश हैं. उन्हें पुलिस अधिकारियों से नी-नई जानकारी मिल रही हैं और सुरक्षा के उपायों को जानकर वे बेहद खुश नजर आती हैं. 

लड़कियों का कहना है कि वे सुरक्षा के बारे में सीख रही हैं जिससे वे खुद भी सुरक्षित रह पाएंगी. साथ ही, परिजन और अपने आसपास वालों को भी सुरक्षित कर पाएंगी. पुलिस विभाग द्वारा किये जा रहे प्रयासों से साइबर क्राइम ओर बाल अपराधों मे भी काफी कमी आई है. 

(प्रमोद कारपेंटर की रिपोर्ट)