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आगर मालवा में देखने को मिला पुलिस का मानवीय चेहरा, थाने में लावारिस गायों को पाल रही है पुलिस

आगर मालवा जिले में पुलिस का एक अलग ही मानवीय चेहरा सामने आ रहा है. गौ सेवा की अनूठी मिसाल पेश करते हुए सुसनेर पुलिस थाने के परिसर में लावारिस गायों को पाल रही है.

लावारिस गायों को पाल रही है पुलिस (प्रतीकात्मक तस्वीर) लावारिस गायों को पाल रही है पुलिस (प्रतीकात्मक तस्वीर)
हाइलाइट्स
  • सुसनेर पुलिस थाने के परिसर में लावारिस गायों को पाल रही है पुलिस.

  • पुलिस के जवानों ने गौ सेवा को भी अपनी ड्यूटी में शामिल कर लिया है.

अपराधियों से आम इंसान की रक्षा करने वाली पुलिस अगर गायों की भी सेवा करने लग जाए तो. जी हां, जनसेवा को अपना पहला कर्तव्य मानने वाली पुलिस इन दिनों मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले में, देशभक्ति और जनसेवा के साथ-साथ गौ सेवा कर एक अनूठी मिसाल पेश कर रही है. आगर मालवा जिले के एक पुलिस थाने में गायों को लेकर मानवता की एक अलग ही मिसाल दिखाई दे रही है. लावारिस गायों को कंपकपाती ठंड से बचाने के लिए रात भर अलाव लगाकर बारी-बारी से गो सेवा की ड्यूटी निभा रही है पुलिस. 

आगर मालवा जिले में पुलिस का एक अलग ही मानवीय चेहरा सामने आ रहा है. हमेशा अपराधियों को पकड़ने वाली सख्त पुलिस, सुसनेर में इन दिनों गायों के लिए एक मां की तरह जिम्मेदारियां निभा रही है. गौ सेवा की अनूठी मिसाल पेश करते हुए सुसनेर पुलिस थाने के परिसर में लावारिस गायों को पाल रही है. दरअसल सुसनेर थाने के आसपास ग्राउंड में पिछले कई सालों से नगर में घूमने वाली लावारिस गायें बैठी रहती हैं. इन गायों के लिए पानी से लेकर चारे की व्यवस्था तक कई बार थाने में मौजूद पुलिसकर्मी करते हैं. 

पुलिस ने गौ सेवा को अपनी ड्यूटी में शामिल कर लिया है 

 इन दिनों प्रदेश सहित आगर मालवा जिले में कड़कड़ाती ठंड का सितम जारी है. कड़कड़ाती ठंड के कारण कई गायों की असमय मौत हो जा रही है. ऐसे में सुसनेर पुलिस थाने के आसपास भटकने वाली गायों की चिंता करने वाला जब कोई नहीं था तो सुसनेर पुलिस ही उनकी परिवार की तरह चिंता कर अलाव की व्यवस्था की जा रही है. पुलिस के जवानों ने गौ सेवा को भी अपनी ड्यूटी में शामिल कर लिया है. जिसके चलते पिछले कुछ दिनों से गायों के अलाव की व्यवस्था में शाम से ही पुलिसकर्मी जुट जाते हैं. जैसे ही अलावों को जलाया जाता है तो गायों के छोटे-छोटे बच्चे सहित सैकड़ों गायें इन अलावों के आसपास जुट जाती हैं. रात भर ड्यूटी करने वाले पुलिस के जवान बारी-बारी से इन अलावों में लकड़ियों को डाल कर आग जलाते रहते हैं, ताकि गायों को रात भर हाड़कंपाती ठंड से बचाया जा सके.