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Agenda AajTak 2022: मल्लिकार्जुन खड़गे के परिवार को जलाकर मार डाला गया था, यादकर भावुक हो गए कांग्रेस अध्यक्ष

Agenda AajTak: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने बचपन की कहानी सुनाई और भावुक हो गए. खड़गे ने बताया कि कैसे दंगे में उनके परिवार को जलाकर मार डाला गया था और रिश्तेदारों ने उनको अपनाने से इनकार कर दिया था. इसके साथ ही खड़गे ने हॉकी के अपने खेल के बारे में भी बताया.

एजेंड आजतक 2022 में मल्लिकार्जुन खड़गे एजेंड आजतक 2022 में मल्लिकार्जुन खड़गे
हाइलाइट्स
  • एजेंडा आजतक के मंच पर भावुक हुए मल्लिकार्जुन खड़गे

  • बचपन को यादकर भावुक हुए खड़गे

एजेंडा आजतक 2022 में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुजरात में करारी हार और हिमाचल प्रदेश में पार्टी की जीत पर खुलकर अपनी बात रखी. इस दौरान खड़गे ने बीजेपी और पीएम मोदी को निशाने पर लिया. इस मंच से कांग्रेस अध्यक्ष ने अपनी निजी जीवन के कई किस्से भी सुनाए.

हिमाचल की जीत का श्रेय किसको-
मल्लिकार्जुन खड़गे ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में जीत का श्रेय कार्यकर्ताओं, नेताओं और प्रियंका गांधी को जाता है. डेमोक्रेसी में हार-जीत होती रहती है. हिमाचल की जीत के क्या सियासी मायने हैं? इस सवाल पर खड़गे ने कहा कि हमारे लोगों ने काम किया तो हमारी जीत हुई. हिमाचल प्रदेश में सीएम चेहरे के सवाल पर उन्होंने कहा कि हमारे आब्जर्वर जाते हैं और विधायकों की राय लेते हैं. विधायक तय करते हैं कि कौन सीएम बनेगा.

बीजेपी ने मनाया जश्न, कांग्रेस ने क्यों नहीं-
गुजरात में जीत पर बीजेपी ने जश्न मनाया. लेकिन कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश में जीत का जश्न क्यों नहीं मनाया? इस सवाल पर मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम इवेंट मैनेजमेंट नहीं करते हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं करना चाहिए. कांग्रेस मुक्त भारत के सवाल पर खड़गे ने कहा कि हमारी पार्टी को कोई खत्म नहीं कर सकता है.

गुजरात हार की समीक्षा करेंगे-
गुजरात की हार पर खड़गे ने कहा कि हार की समीक्षा करेंगे. जहां कमियां है, उसे ठीक करेंगे. उन्होंने कहा कि हमारे वोटर किसी कारण से कहीं चले गए हैं. उन्हें वापस लाने की कोशिश करेंगे. खड़गे ने कहा कि क्यों हार हुई? कहां-कहां कमियां रह गई हैं? उसे सही करने का काम करेंगे.

सभी को साथ लेकर 2024 चुनाव में जाएंगे- खड़गे
2024 आम चुनाव पर खड़गे ने कहा कि लोगों की समस्याओं को सुलझाने के लिए हमारी पार्टी आइडियोलॉजिकल पार्टी है. हम लोगों की समस्याओं को सुलझाने का काम कर रहे हैं. हम लोगों का विचार बनाने की कोशिश कर रहे हैं. कर्नाटक के सवाल पर उन्होंने कहा कि वहां सबकुछ ठीक है. हम सब मिलकर काम कर रहे हैं. मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि बीजेपी को हराने के लिए हम सभी पार्टियों को साथ लेंगे. एक विचारधारा की सभी पार्टियों को एकसाथ लेकर बीजेपी को हराएंगे.
बीजेपी के परिवारवाद के सवाल पर खड़गे ने कहा कि कितने साल ऐसा बोलेंगे? नेहरू ने कितने पब्लिक सेक्टर बनाए. आप एक ऐसा पब्लिक सेक्टर बताएं, जिसे आपने बनाया है. जो हमने बनाया था, उसे बेचकर खा रहे हैं.

प्रेस कॉन्फ्रेंस करें पीएम मोदी-
कांग्रेस अध्यक्ष ने पीएम मोदी को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि पहले के प्रधानमंत्री 6 महीने में या साल में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते थे. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को प्रेस कॉन्फ्रेंस करना चाहिए. लेकिन आज तक ऐसा नहीं हुआ है.

चाबी कांग्रेस ऑफिस में है- खड़गे
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी के अध्यक्ष को सभी वरिष्ठ नेता सम्मान करते हैं. सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत तमाम नेता पार्टी अध्यक्ष का सम्मान करते हैं. खड़गे ने कहा कि सवाल उठाते हैं कि चाबी किसके पास है? मैं कहता हूं कि पार्टी की चाबी कांग्रेस ऑफिस में रहती है. तिजोरी वहीं है.

हमको आजादी मिली 1948 में- खड़गे
मल्लिकार्जुन खड़ने ने आजादी का किस्सा सुनाया. उन्होंने कहा कि देश को आजादी 1947 में मिली. लेकिन हमको आजादी 1948 में मिली. पटेल और नेहरू ने मिलकर हैदराबाद में पुलिस एक्शन किया, तब जाकर हमें आजादी मिली. मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने बचपन के किस्से सुनाए. उन्होंने कहा कि हॉकी खेलने का उनको बहुत शौक था. मैं राइट-इन खेलता था, लेकिन टीचर्स ने लेफ्ट-इन खेलने को बोलते थे. इसलिए मैं लेफ्ट-इन खेलने लगा. 

बचपन की कहानी बताते हुए भावुक हुए खड़गे-
पुलिस एक्शन के दौरान दंगे भी हुए. मेरा घर जल गया. मेरी मां, बहन, चाचा और भाई की मौत हो गई. इस हादसे के वक्त मैं कहीं खेल रहा था और मेरे पिताजी खेत में काम कर रहे थे. इसलिए हम दोनों बच गए. हमलोग हर रिश्तेदार के पास गए. लेकिन कोई भी हमे स्वीकार करने को तैयार नहीं था. इसके बाद हम अपने महार रेजिमेंट वाले चाचा के पास गए. जब हम वहां पहुंचे तो पता चला कि चाचा वहां से चले गए थे. लेकिन कहां गए थे, ये पता नहीं चला. जब हम लौटकर गुलबर्ग आए तब उनसे मुलाकात हुई. फिर स्कूल में गया और कोशिश करके इस जगह पहुंचा हूं.

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