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Agenda Aajtak 2024: बिहार की सियासत में कब जाएंगे? जातीय जनगणना होनी चाहिए? चिराग पासवान ने दिया हर सवाल का जवाब

'एजेंडा आजतक' के महामंच पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने बताया कि साल 2025 का विधानसभा का चुनाव किसके नेतृत्व में लड़ा जाएगा? उन्होंने जातीय जनगणना कराने का समर्थन किया. लेकिन ये भी कहा कि उन आंकड़ों को सार्वजनिक करने की जरूरत नहीं हैं. उन आंकड़ों की मदद नीतियां बनाने में होनी चाहिए.

Chirag Paswan Chirag Paswan

लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के लीडर और केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान 'एजेंडा आजतक' कार्यक्रम के महामंच पर पहुंचे. उन्होंने 'बिहार का गेम चेंजर' सेशन में कई मुद्दों पर अपनी बात रखी. चिराग पासवान ने फैमिली में टूट से लेकर एनडीए तक पर बात की. उन्होंने बताया कि कब वो बिहार राज्य की सियासत करेंगे?

राज्य की राजनीति कब करेंगे चिराग पासवान?
'एजेंडा आजतक' के मंच पर केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने बिहार राज्य की सियासत करने को लेकर अपना एजेंडा साफ कर दिया. जब चिराग से सवाल किया गया कि आप किस साल बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे? तो केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैं लड़ूंगा, ये क्लियर है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं खुद राज्य की राजनीति में ज्यादा देखता हूं. उन्होंने साल 2025 में नहीं तो साल 2029 में आप मुझे विधायक के तौर पर जरूर देखेंगे.

चिराग का MY समीकरण क्या है?
विचारों के महामंच से केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान बिहार में अपनी पार्टी के MY समीकरण के बारे में बताया. जब बिहार में एमवाई समीकरण को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मेरा जो एमवाई समीकरण है. उसका मतलब महिलाएं और युवा है. चिराग ने कहा कि लोकसभा चुनाव में मुझे 5 सीटें दी गई थी. जिसमें मैंने 4 युवाओं को टिकट दिया. उन्होंने कहा कि मैंने 2 महिलाओं को भी टिकट दिया.

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उन्होंने बताया कि जब मैंने इनको टिकट दिया था तो लोगों का कहना था कि ये चुनाव नहीं जीत सकते. लेकिन मैंने सोचा कि मैं इनको टिकट नहीं दूंगा तो कौन देगा? बाकी जगहों पर मठाधीश बैठे हैं.

अगला चुनाव नीतीश कुमार के चेहरे पर लड़ेंगे?
जब चिराग पासवान से अगले चुनाव यानी 2025 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार के चेहरे पर चुनाव लड़ने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अगले चुनाव के बाद नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. उन्होंने कहा कि साल 2005 के बाद बिहार में जो बदला है, वो मौजूदा मुख्यमंत्री की वजह से ही बदला है.

जातीय जनगणना होनी चाहिए?
जब चिराग पासवान से जातीय जनगणना को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना एक बार होनी चाहिए. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि आंकड़े सरकार के पास होना जरूरी है. उसके आधार पर नीतियां बनाई जाती हैं. उन्होंने कहा कि मैं जातीय जनगणना के आंकड़ों को सार्वजनिक करने की जरूरत नहीं समझता हूं. लेकिन ये आंकड़े सरकार के पास होने चाहिए.

तेजस्वी के लिए दरवाजा खुला रखना चाहते हैं?
तेजस्वी यादव को लेकर सवाल पर चिराग पासवान ने कहा कि मैं प्रेशर पॉलिटिक्स में विश्वास नहीं रखता. जब तक प्रधानमंत्री मौजूद हैं, तक तक मेरा पूरा समर्थन उनके साथ रहेगा. चिराग ने आगे कहा कि मैं मानता हूं कि जिस मजबूती के साथ आगे बढ़ रहे हैं, ये मजबूती बरकरार रही तो बिहार विधानसभा चुनाव में 225 सीटों जीत हासिल करेंगे.

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