केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और तीनों सेना प्रमुखों ने मिलकर 'अग्निपथ प्रवेश योजना' को मंजूरी देने का ऐतिहासिक फैसला ले लिया है. इसके तहत भारतीय युवाओं को सशस्त्र सेवाओं में शामिल होने का अवसर दिया जाएगा. इसकी मदद से लोग आसानी से कम समय के लिए सेना में भर्ती हो सकेंगे. इसमें भर्ती हुए सैनिकों को जवान नहीं बल्कि अग्निवीर कहा जाएगा.
रोजगार के अवसर बढ़ाएगी अग्निपथ प्रवेश योजना
'अग्निपथ प्रवेश योजना' की घोषणा के दौरान सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी और नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार मौजूद थे. इस योजना के तहत सशस्त्र बलों का युवा प्रोफाइल तैयार करने का काम किया जा रहा है. यह उन्हें नई टेक्निक्स के लिए ट्रेन करने में मदद करेगा. यह योजना विभिन्न क्षेत्रों में नए कौशल के साथ रोजगार के अवसर बढ़ाएगी.
किस उम्र के लोग इस योजना के लिए कर सकते हैं आवेदन
इस योजना के लिए आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों की उम्र 17.5 से 24 साल के बीच होनी चाहिए. इसके लिए उन्हें फिजिकल टेस्ट पास करना होगा. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शैक्षिक आवश्यकताएं भारतीय सेना के समान ही होंगी.
'अग्निपथ' रक्षा भर्ती योजना की 10 बड़ी बातें
1. अग्निपथ योजना के तहत भर्ती सेवा आवश्यकताओं के आधार पर पुरुषों और महिलाओं के लिए खुली होगी. योजना के तहत साढ़े 17 से 21 वर्ष की उम्र के लोग आवेदन कर सकते हैं.
2. चिकित्सा और शारीरिक फिटनेस की आवश्यकताएं मौजूदा मानदंडों के अनुसार होंगी. 10वीं और 12वीं की परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों को सशस्त्र बलों के अनुसार योग्य माना जाएगा.
3. पैकेज की बात करें तो पहले साल में 4.76 लाख रुपये प्रति वर्ष का भुगतान किया जाएगा, जिसे सेवा के चौथे साल में बढ़ाकर 6.92 लाख रुपये कर दिया जाएगा.
4. जोखिम, कठिनाई और अन्य भत्ते मौजूदा मानदंडों के अनुसार लागू होंगे. सेवा में चार साल पूरे होने पर, योगदान के मुताबिक 11.7 लाख रुपये की राशि मिलेगी.
5. 30 प्रतिशत परिलब्धियों का योगदान 'अग्निवर' द्वारा किया जाएगा और समान मिलान राशि का योगदान केंद्र सरकार करेगी.
6. सर्विस फंड पैकेज को इंकम टैक्स से छूट दी जाएगी.
7. चार साल की सेवा पूरी करने के बाद, 'अग्निवर' को नियमित संवर्ग (Regular Cadre)के लिए स्वेच्छा से आवेदन करने का अवसर मिलेगा.
8. कार्यकाल के दौरान शहीद होने वाले हर 'अग्निवीर' के लिए एक इंश्योरेंस कवर किया जाएगा, जिसका पैसा सैलेरी से नहीं काटा जाएगा. इसकी कीमत एक करोड़ रुपये होगी.
9. अगर कोई 'अग्निवीर' कार्यकाल के दौरान डिसेबल हो जाता है, तो सेवानिधि पैकेज के साथ-साथ पूरे ब्याज के साथ सेवा निधि पैकेज का पूरा भुगतान किया जाएगा.
10. 'अग्निवर' की पहली रैली आज से 90 दिन बाद शुरू होगी.
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