ताज नगरी, आगरा के निवासियों के लिए अच्छी खबर है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में कहा कि आगरा मेट्रो की शुरुआत की तारीख अगस्त 2024 में निर्धारित थी. लेकिन यह इस तय समय से छह महीने पहले फरवरी 2024 तक परिचालन शुरू कर देगी. इसके लिए, सीएम ने उत्तर प्रदेश के प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन प्रयासों की सराहना की.
हाल ही में, सीएम ने आगरा मेट्रो रेल परियोजना के ताज ईस्ट गेट स्टेशन पर आगरा मेट्रो के हाई स्पीड ट्रेन ट्रायल का उद्घाटन किया. इस अवसर पर बोलते हुए, सीएम ने कहा, “आप सभी के साथ यह साझा करना गर्व का क्षण है कि आगरा मेट्रो का हाई-स्पीड ट्रायल शुरू हो गया है। टीम आगरा मेट्रो ने सराहनीय काम किया है.”
यूपी का छठा मेट्रो शहर है आगरा
सीएम ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में मेट्रो सेवाओं वाले शहरों की संख्या सबसे ज्यादा है. भविष्य में, आगरा छठे मेट्रो शहर के रूप में उभरेगा और रोजगार के भरपूर अवसर पैदा करेगा, पर्यटन को बढ़ाएगा और ग्लोबल मैप पर अपनी छवि को बढ़ावा देगा.
इस अवसर पर बोलते हुए, उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के प्रबंध निदेशक, सुशील कुमार ने कहा, “UPMRC ने हमेशा मेट्रो परियोजनाओं को समय पर और निर्धारित समय से पहले पूरा किया है. इस बार भी, हम आगरा के लोगों को निर्धारित समय सीमा से पहले ग्लोबल लेवल की मेट्रो पहुंचाकर वही मील का पत्थर हासिल करेंगे.''
35% तक होगी ऊर्जा की बचत
याद दिला दें कि आगरा मेट्रो डिपो में पहले से ही मेट्रो का लो-स्पीड ट्रायल किया जा रहा था. अब, तीन एलिवेटेड स्टेशनों वाले 3 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड वायाडक्ट पर मेट्रो ट्रेनों का हाई-स्पीड ट्रायल शुरू होगा, जो ताज ईस्ट गेट मेट्रो स्टेशन से मनकामेश्वर (पहले जामा मस्जिद) मेट्रो स्टेशन तक चलने वाले 6 किलोमीटर लंबे प्राइमरी स्ट्रेच (पहले कॉरिडोर पर) का हिस्सा है. आगरा मेट्रो रेल परियोजना के लिए मेट्रो ट्रेनों के लुक का अनावरण पिछले साल 8 अगस्त को सीएम ने किया था.
यूपीएमआरसी के प्रेस बयान में कहा गया है कि सभी मेट्रो ट्रेनें रीजेनरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम से लैस हैं और इससे 35% तक ऊर्जा की बचत होगी. ट्रेनों में कार्बन डाइऑक्साइड-आधारित सेंसर भी लगे हैं जो ऊर्जा की बचत करते हैं. बयान में कहा गया है कि यात्री ट्रेनों पर बढ़ते भार के साथ, CO2-बेस्ड सेंसर परिवेश का तापमान भी बताते हैं.
आगरा मेट्रो के हैं दो कॉरिडोर
आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट एक महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर पहल है और इसे विशाल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम के रूप में डिज़ाइन किया गया है. यह अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के लिए प्रसिद्ध शहर आगरा के निवासियों और टूरिस्ट के लिए कुशल और सुविधाजनक परिवहन की सुविधा देगी. आगरा मेट्रो परियोजना निर्माण की अनुमानित लागत 8,379.62 करोड़ रुपये है.
इस परियोजना में दो मेट्रो कॉरिडोर शामिल हैं, जो कलेक्टिवली 29.4 किलोमीटर की पर्याप्त दूरी तक फैले हुए हैं. इस व्यापक कवरेज से शहर के प्रमुख क्षेत्रों को जोड़ने की उम्मीद है, जिससे जनता के लिए आवागमन तेज और ज्यादा सुलभ हो जाएगा.
ये रहेगा आगरा मेट्रो का रूट
आगरा मेट्रो परियोजना में दो मेट्रो लाइनें, लाइन 1 और लाइन 2 शामिल हैं.
लाइन 1 (पीली लाइन):
आगरा मेट्रो की लाइन 1 पूरे मेट्रो प्रोजेक्ट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसे आगरा के लोगों को कुशल और आधुनिक परिवहन प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. कुल 14.25 किलोमीटर की लंबाई में फैली यह मेट्रो लाइन शहर के दो महत्वपूर्ण क्षेत्रों - सिकंदरा और ताज ईस्ट गेट को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. इन स्थानों को जोड़कर, लाइन 1 का लक्ष्य यात्रा के समय को कम करना और शहर के भीतर कनेक्टिविटी को बढ़ाना है.
लाइन 1 पर स्टेशनों की सूची:
लाइन 2 (नीली लाइन):
आगरा मेट्रो की लाइन 2 शहर के विस्तारित पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन नेटवर्क का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है. यह मेट्रो लाइन आगरा में दो महत्वपूर्ण बिंदुओं - आगरा कैंट और कालिंदी विहार के बीच यात्रा की सुविधा के लिए डिज़ाइन की गई है. कुल 15.4 किलोमीटर की दूरी में फैली लाइन 2 का लक्ष्य इन स्थानों के बीच की दूरी को पाटना है.
लाइन 2 पर स्टेशनों की लिस्ट:
बताया जा रहा है कि आगरा मेट्रो का कम से कम किराया 10 रुपए का हो सकता है और ज्यादा से ज्यादा किराया 50 रुपए.