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पंजाब के कुएं में मिले कंकालों के 160 साल पुराने राज से उठा पर्दा, जानिए

साल 2014 में अजनाला में एक कुएं में बड़ी तादाद में मानव कंकाल निकले थे. एक साथ इतने सारे कंकाल निकलने की वजह से लोग हैरानी में पड़ गए थे. अब जाकर इन कंकालों के राज से पर्दा उठा है

160-year-old human skeletons from Ajnala 160-year-old human skeletons from Ajnala
हाइलाइट्स
  • 160 साल पुराने हैं ये कंकाल

  • सभी उत्तर भारत के रहने वाले

Mystery Solved: साल 2014 में पंजाब के अजनाला (Ajnala) में एक कुएं में बड़ी तादाद में मानव कंकाल (Skeletons) मिले थे. तब से इन कंकालों का रहस्य सुलझ नहीं पाया था. अब 8 साल बाद इस रहस्य से पर्दा उठा है. आइये जानते हैं. 

पंजाब के अजनाला के एक कुंए में मिले मानव कंकाल (Skeletons) को लेकर सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी (CCMB) के वैज्ञानिकों, बीरबल साहनी संस्थान और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय ने मिलकर इस पर शोध किया और पाया कि ये सभी कंकाल अजनाला नरसंहार के समय के हैं. वैज्ञानिकों ने डीएनए और आइसोटोप एनालिसिस ये पाया कि ये कंकाल करीब 160 साल पहले गंगा किनारे रहने वाले लोगों के हैं. बता दें कि 1857 की क्रांति के दौरान 246 सैनिकों को ब्रिटिश सैनिकों ने अजनाला कुएं के पास बंदी बना कर रखा था. कंकालों की डीएनए टेस्ट से ये बात साफ हुई है कि ये सभी कंकाल उत्तर भारतीय लोगों के हैं. बता दें कि ये शोध जर्नल 'फ्रंटियर्स इन जेनेटिक्स' में छपी है

इस टीम के प्रमुख शोधकर्ता और प्राचीन डीएनए के विशेषज्ञ डॉ नीरज राय ने कहा कि इस टीम ने जो शोध किया है वो हमारे इतिहास को ज्यादा  पारदर्शी तौर पर देखने में मदद करेगा.

इस शोध के लिए वैज्ञानिकों ने 50 डीएनए सैंपल और 85 आइसोटोप एनालिसिस सैंपल का इस्तेमाल किया. डीएनए  की जांच से लोगों के जेनेटिक रिलेशन को समझने में मदद मिली वहीं आइसोटोप एनालिसिस से भोजन की आदतों के बारे में जानकारी सामने आई. शोध में ये भी पता चल गया कि कुएं में मिले कंकाल यूपी, बिहार और पश्चिम बंगाल के लोगों के साथ मिलते हैं. 

ऐतिहासिक दस्तावेजों के मुताबिक इस बटालियन की तैनाती पाकिस्तान के मियां-मीर हुई थी. इन सभी सैनिकों को ब्रिटिश सैनिकों ने अजनाला के पास पकड़ा था, बाद में सभी सैनिकों को मार कर उनके शव कुएं में फेंक दिए थे.