फिटनेस को लेकर बढ़ावा और जागरूकता पैदा करने के लिए अजवानी कुमार (61) ने जम्मू-कश्मीर के पटनीटॉप से कन्याकुमारी तक की मैराथन शुरू कर दी है. उन्होंने जम्मू-कश्मीर से कन्याकुमारी तक 4,444 किलोमीटर की दौड़ पूरी की है. उनके इस दौड़ का मकसद महाराष्ट्र में आदिवासी स्कूलों के उन्नयन के लिए धन जुटाने और विकलांग सैनिकों के पुनर्वास करना है.
पीआरओ डिफेंस जम्मू लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने कहा कि 77 दिनों की अवधि में दूरी तय करने के लिए कुमार अजवानी एक विश्व रिकॉर्ड बनाने जा रहे हैं. कुमार अजवानी को राज्य सैनिक बोर्ड के कार्यालय से निदेशक ब्रिगेडियर गुरमीत सिंह शान ने सुबह 6.30 बजे बड़ी संख्या में पूर्व सैनिकों की उपस्थिति में झंडी दिखाकर रवाना किया गया.
राज्य सैनिक बोर्ड के निदेशक ने की सराहना
कर्नल आनंद ने बताया कि "राज्य सैनिक बोर्ड के निदेशक ने इस तरह के नेक काम के लिए कुमार अजवानी और उनकी टीम के प्रयासों की सराहना की". इससे पहले 26 सितंबर को, लेफ्टिनेंट कर्नल ने 26 सितंबर को यूटी लद्दाख के लेह से मनाली (हिमाचल प्रदेश) तक 'सबसे तेज सोलो साइकिलिंग - (पुरुष) के लिए एक नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है.
दिव्यांग सैनिकों के पुनर्वास के साथ जनजातीय बच्चों की पढ़ाई के लिए धन जुटाने और लोगों को फिटनेस के प्रति जागरूक करने के लिए 61 वर्ष के अजवानी कुमार (के टू के) कश्मीर से कन्याकुमारी आत्मनिर्भर भारत रन तक चार हजार किलोमीटर से अधिक लंबी दौड़ में हिस्सा ले रहे हैं.