लखनऊ के सबसे बड़े मॉल को खुले अभी एक हफ्ता भी नहीं हुआ और वो एक बड़े विवाद में फंसता नजर आ रहा है. ट्विटर पर लोगों ने मॉल प्रबंधन को जमकर लताड़ा. हिंदू महासभा ने तो मॉल में सुंदरकांड का पाठ करने की धमकी दे दी. विवाद बढ़ता देख मॉल प्रबंधन को अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज करवानी पड़ी.
क्या है पूरा मामला?
10 जुलाई, रविवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लुलु मॉल का उद्घाटन किया और अगले दिन यानि सोमवार को माल लोगों के लिए खोल दिया गया, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ी. यहां तक तो सब ठीक था. लेकिन फिर 12 जुलाई को लुलु मॉल के अंदर का एक वीडियो सामने आया जिसमें कुछ लोग मॉल में नमाज पढ़ते दिखे. देखते ही देखते वीडियो वायरल हो गया. ट्विटर पर कई लोगों ने मॉल को आड़े हाथों लिया और सवाल उठाए कि ऐसे सार्वजनिक स्थान पर नमाज पढ़ने की इजाजत कैसे दी जा सकती है.
धीरे-धीरे विवाद इंटरनेट से जमीन पर आ गया और अखिल भारत हिंदू महासभा ने मॉल के बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया. हिंदू महासभा ने वीडियो पर कड़ी आपत्ति जताई और मॉल में सुंदरकांड का पाठ करने का ऐलान कर दिया. हिंदू महासभा ने हिंदुओं से मॉल का बहिष्कार करने को भी कहा. मामले को बढ़ता देख मॉल प्रबंधन ने नमाज पढ़ने वालों पर केस दर्ज करा दिया. इस पूरे मसले पर मॉल प्रशासन का कहना है कि इस घटना में कोई स्टाफ सदस्य शामिल नहीं है. फिलहाल पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है और CCTV फुटेज से लोगों की पहचान करने में जुटी है.
किसका है लुलु मॉल?
लखनऊ का ये लुलु मॉल देश के सबसे बड़े शॉपिंग मॉल्स की लिस्ट में शामिल है. करीब 2 हजार करोड़ रुपये की लागत से बने इस माल को LuLu Group International ने बनवाया है. यूएई स्थित लुलु ग्रुप हाइपरमार्केट और रीटेल कंपनियां चलाती है. ये ग्रुप पश्चिम एशिया, अमेरिका और यूरोप के 22 देशों में कारोबार करता है. लुलु ग्रुप के मालिक युसूफ अली हैं, जिन्होंने 2000 में लुलु की स्थापना की. ग्रुप की वेबसाइट के मुताबिक दुनियाभर में समूह के कुल 235 रिटेल स्टोर हैं जिनमें 57,000 लोग काम करते हैं. वेबसाइट पर दी जानकारी के मुताबिक कंपनी का 8 अरब डॉलर सालाना का टर्नओवर है. ग्रुप रिटेल स्टोर, सुपरमार्केट्स, डिपार्टमेंटल स्टोर्स, शॉपिंग मॉल और हाइपरमार्केट के क्षेत्र में काम करता है.
LuLu Group International के एमडी एम ए यूसुफ अली 2021 में 38वें सबसे अमीर भारतीय बिजनेसमैन बने थे. फोर्ब्स के हिसाब से वो 375 अरब रुपये के मालिक हैं. फिलहाल बिलेनियर्स की लिस्ट में वो 490 नंबर पर हैं. यूसुफ का पूरा परिवार अबू धाबी में रहता है. युसूफ अली ने 2018 में केरल के बाढ़ पीड़ितों के लिए करीब 9 करोड़ रुपयों की मदद दी थी. इसके अलावा कोरोना महामारी के दौरान भी उन्होंने 54 करोड़ योगदान दिया था.