टाटा समूह भारत में निर्माण क्षेत्र पर काफी ध्यान देता है. यह समूह हमेशा से महिला सशक्तीकरण को सपोर्ट करता चला आया है. अबकी बार टाटा ने इंडियन होटल्स कंपनी के साथ मिलकर यह कदम उठाया है. निर्माण क्षेत्र में महिलाओं के लिए विभिन्न अवसरों को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते टाटा ने मुंबई के सांताक्रूज में बन रहे होटल के निमार्ण काम के लिए सिर्फ महिलाओं को रखने का निर्णय लिया है. इस तरह एक पुरुष प्रधान देश में कंस्ट्रक्शन जैसे पारंपरिक पुरुष उद्योग में महिलाओं को बढ़ावा देना एक बेहतरीन फैसला है.
सभी के लिए समान अवसर
पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, आईएचसीएल के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी पुनीत छतवाल ने कहा, "आईएचसीएल में हम सभी के लिए समान अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. आज दुनिया एक ऐसे भविष्य की ओर अग्रसर है जहां महिलाएं सभी क्षेत्रों में सीमाओं को तोड़ आगे बढ़ा रही हैं. टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के साथ यह साझेदारी इस विश्वास को दोहराती है. हमें पूरी तरह से अपनी महिला टीम पर गर्व है जो नई जिंजर सांताक्रूज के निर्माण में हमारी मदद करेगी."
19,000 वर्ग मीटर से अधिक के निर्मित क्षेत्र वाले इस होटल को बनाने में 19 महीने का समय लगेगा और इसमें 371 कमरे होंगे. मुंबई हवाई अड्डे और पश्चिमी एक्सप्रेस राजमार्ग के निकट एक प्रमुख स्थान पर स्थित यह होटल जिंजर होटल की प्रमुख फ्लैगशिप में से एक होगा. निर्माण प्रक्रिया में नवीनतम निर्माण तकनीकों और प्रौद्योगिकियों को शामिल किया जाएगा.
अधिक से अधिक महिलाओं को प्रोत्साहित करना उद्देश्य
टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक विनायक देशपांडे ने कहा, "जिंजर होटल परियोजना एक सर्व-महिला टीम के नेतृत्व में अच्छी तरह से आगे बढ़ रही है. यह कंपनी की संस्कृति को दर्शाता है, जो महिलाओं को कार्यस्थल में विभिन्न भूमिकाओं को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करती है. इस टीम की सफलता निर्माण और इंजीनियरिंग क्षेत्र में अधिक से अधिक महिलाओं को अपना करियर बनाने के लिए प्रेरित करेगी. एक अन्य प्रमुख विशेषता यह है कि समय पर और गुणवत्तापूर्ण निर्माण सुनिश्चित करने के लिए बीआईएम और 3 डी जैसी नई तकनीकों को भी तैनात किया जा रहा है.
इससे पहले भी किये हैं कई काम
आईएचसीएल काफी समय से महिलाओं को सशक्त बनाने की ओर कार्य कर रहा है. इसका हालिया उदाहरण चेन्नई में लॉन्च किया गया लक्जरी होटल है, जिसे सिर्फ महिलाओं द्वारा चलाया जाता है. इसके अलावा कंपनी में एक्सटेंडेड मेैटरनिटी लीव, क्रेच, आईवीएफ ट्रीटमेंट के लिए मेडिकल रिम्बर्समेंट जैसी सुविधाएं भी दी जाती हैं.
टाटा परियोजना नीतियों ने महिला कर्मचारियों के लिए सभी स्तरों पर व्यवसाय के विभिन्न कार्यों में भाग लेने के लिए मंच तैयार किए हैं ताकि महिलाएं इससे एक्सपीरियंस ले और सफलता हासिल करें.