महिलाओं की सुरक्षा के लिए पूरे देश में अलग अलग अभियान चलाए जा रहे हैं. फिर चाहे वो जगह जगह सीसीटीवी लगाना हो, पिंक बूथ एक्टिव करना हो, रोमियो स्क्वॉड चलाना हो या फिर उनके आने जाने के लिए ट्रांसपोर्ट के साधन अलग से बनवाने हों. अब इसी कड़ी में आंध्र प्रदेश ने महिलाओं को बराबरी का दर्जा देने के लिए एक अनोखा प्रयास किया है. महिला ऑटो ड्राइवर्स को भयमुक्त वातावरण देने के लिए 'शी ऑटो स्टैंड' बनाए गए हैं. प्रदेश में तीन 'शी ऑटो स्टैंड' बनाए गए हैं.
चित्तूर में बनाये गए हैं ये स्टैंड
दरअसल, महिला ड्राइवर्स की सुरक्षा को देखते हुए ये शी स्टैंड बनाए गए हैं. ये तीन स्टैंड चित्तूर (Chittoor) में बनाए गए हैं, जहां महिलाएं अपने ऑटो अपने हिसाब से ऑपरेट कर सकेंगी. आपको बता दें, ये सभी स्टैंड आरटीसी बस स्टैंड के पास, महिला विश्वविद्यालय और रुआ अस्पताल के पास बनाए गए हैं.
इन तीनों शी ऑटो स्टैंड का उद्घाटन विधायक भूमाना करुणाकर रेड्डी, शहर मेयर डॉ आर सिरीशा और अर्बन सुपरिटेंडेंट वेंकट अप्पला नायडू ने मिलकर किया है.
महिलाओं को सुरक्षा देना है मकसद
एसपी नायडू के मुताबिक, इन 'शी ऑटो' स्टैंड को बनाने के का उद्देश्य महिलाओं को सुरक्षित ट्रांसपोर्टेशन देना है, ताकि महिलाएं बिना किसी डर से एक जगह से दूसरी जगह सफर कर सकें. एसपी नायडू कहते हैं, “तिरुपति इस तरह महिलाओं के लिए विशेष ऑटो स्टैंड स्थापित करने वाली पहली जगह बन गई है. तिरुपति, महिला विश्वविद्यालय और रुआ हॉस्पिटल में आरटीसी बस स्टैंड में ऑटो स्टैंड स्थापित करके महिलाओं को समाज में एक विशेष स्थान प्रदान किया है. इससे पहले महिला ऑटो चालक अपने ऑटो को पुरुषों के साथ दूसरे ऑटो स्टैंड पर खड़ा करती थीं."
बता दें, पहले महिलाओं को पुरुषों के साथ ही ऑटो पार्क करने पड़ते थे. अब उनका अपना अलग स्पेस होगा, जहां वे इन्हें खड़ा कर सकेंगी.