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अरुणाचल प्रदेश को आज मिलेगा पहला ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट, जानिए क्या है खासियत?

आज अरुणाचल प्रदेश को पहला ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट मिलने वाला है. ईटानगर के होलांगी में बना डोनी पोलो एयरपोर्ट अरुणाचल प्रदेश के लिए वरदान साबित होने वाला है. इस ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट पर व्यस्त समय के दौरान एक बार में 200 यात्रियों को संभालने की सुविधा है.

डोनी पोलो एयरपोर्ट डोनी पोलो एयरपोर्ट
हाइलाइट्स
  • 645 करोड़ की लागत से बना एयरपोर्ट

  • एयरपोर्ट पर बना विशालकाय ग्रेट हॉर्नबिल गेट

अरुणाचल प्रदेश को आज एक नये एयरपोर्ट की सौगात मिलने जा रही है. प्रदेश के पहले ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. ईटानगर के होलांगी में बना डोनी पोलो एयरपोर्ट अरुणाचल प्रदेश के लिए वरदान साबित होने वाला है. क्योंकि इससे देश के दूसरे हिस्सों से अरुणाचल प्रदेश पहुंचना आसान हो जाएगा और राज्य में पर्यटन को भी बढ़ेगा. 

645 करोड़ की लागत से बना एयरपोर्ट
इस हवाई अड्डे को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने क़रीब 645 करोड़ रुपए खर्च कर बनाया है. इस ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट पर व्यस्त समय के दौरान एक बार में 200 यात्रियों को संभालने की सुविधा है. डोनी पोलो हवाई अड्डे पर 2,300 मीटर लंबा रनवे है. यहां से बोइंग 747 विमान टेक ऑफ और लैंडिंग कर सकते हैं. 4100 स्क्वायर मीटर इलाके में फैले इस एयरपोर्ट को हर तरह की सुविधाओं से लैस किया गया है. अरुणाचल प्रदेश का डोनी पोली एयरपोर्ट पूरी तरह से ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट है. इसे पूरी तरह से पर्यावरण को ध्यान में रखकर बनाया गया है.

क्या होता है ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट?
ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट ऐसा एयरपोर्ट होता है जो पूरी तरह से नई जगह पर पर्यावरण को ध्यान में रखकर बनाया जाता है. इस तरह के एयरपोर्ट को बनाते वक्त हर उस बात का ध्यान रखा जाता है, जिससे कि पर्यावरण का कोई नुकसान ना हो और एयरपोर्ट पूरी तरह से इको-फ्रेंडली हो. ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट  का निर्माण पीपीपी मोड यानी पब्लिक, प्राइवेट, पार्टनरशिप के जरिए किया जाता है. पूरे देश में 21 ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट बनाए जा रहे हैं. इनमें से कुछ एयरपोर्ट बनकर तैयार हो गए हैं और जबकि कुछ हवाईअड्डों का निर्माण कार्य तेजी से पूरा कराया जा रहा है. 

एयरपोर्ट पर बना विशालकाय ग्रेट हॉर्नबिल गेट
अरुणाचल प्रदेश के नए डोनी पोलो हवाई अड्डे पर आने वाले लोगों के स्वागत के लिए भव्य और विशालकाय ग्रेट हॉर्नबिल गेट बनाया गया है. एयरपोर्ट के मुख्य गेट को राज्य के राजकीय पक्षी ग्रेट हॉर्नबिल के आकार में डिजाइन किया गया है. जो अब न केवल लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बन गया है, बल्कि राज्य की नई पहचान भी बन गई है. दरअसल ये गेट बांस और बेंत से बना है जिसका राज्य के लोगों और उसकी परंपराओं से गहरा संबंध है. पांच महीने के रिकॉर्ड समय में 23 फुट लंबे और 82 फुट चौड़े इस मुख्य द्वार का निर्माण किया गया है. गेट के निर्माण के दौरान ग्रेट हॉर्नबिल पक्षी के सभी पहलुओं का अध्ययन किया गया. खास तौर पर शरीर की संरचना और उसके उड़ान को ध्यान में रखा गया. जिसके बाद इन्हें मुख्य गेट के डिजाइन में शामिल किया गया. अरुणाचल प्रदेश की आर्किटेक्ट अरोटी पानयांग ने इस गेट को डिजाइन किया है.