Assembly Election 2022: चुनाव आयोग ने देश के 5 राज्यों यानी उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा (Chief Election Commissioner Sushil Chandra) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि सभी पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव कुल सात चरणों में पूरे कर लिए जाएंगे. 10 मार्च को पांचों राज्यों में मतगणना होगी. आयोग के इस ऐलान के साथ ही पांचों राज्यों में चुनाव की अधिसूचना और चुनाव आचार संहिता तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है.
चुनाव आयोग के मुताबिक, 403 विधानसभा सीटों वाले यूपी में इस बार भी 7 चरणों में चुनाव होंगे. मणिपुर में दो चरणों में जबकि पंजाब, गोवा और उत्तराखंड में एक चरण में चुनाव होंगे. 10 मार्च को सभी 5 राज्यों में चुनाव के नतीजे आ जाने की उम्मीद है.
जानें, किस राज्य में कब कब डाले जाएंगे वोट
कोरोना संकट को ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग ने बड़ी रैलियों पर प्रतिबंध लगा दिया है. चुनाव आयोग ने कोरोना संकट के मद्देनजर वर्चुअल रैलियों का फॉर्मूला दिया है. यही नहीं, आगामी 15 जनवरी तक किसी तरह की जनसभा पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है.
मुख्य चुनाव आयुक्त के प्रेस कॉन्फ्रेंस की मुख्य बातें:
2017 में 4 जनवरी को हुआ था तारीखों का ऐलान
बता दें कि, 2017 में चुनाव आयोग ने 4 जनवरी को विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया था लेकिन इस बार 4 दिन की देरी से यानी 8 जनवरी को तारीखों की घोषणा की गई है.
उत्तर प्रदेश विधानसभा का कार्यकाल 14 मई 2022 को पूरा होने जा रहा है. ऐसे में इससे पहले-पहले हर हाल में चुनाव की प्रकिया पूरी होना जरूरी है. बता दें कि पिछली बार यूपी में 7 चरणों में मतदान हुए थे. उत्तराखंड में 15 फरवरी को और मणिपुर में दो चरणों में चार और 8 मार्च को चुनाव कराए गए थे. जबकि गोवा और पंजाब में चार फरवरी को चुनाव कराए गए.
पिछली बार किसको कितनी सीटें
उत्तर प्रदेश : 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी की अगुवाई में एनडीए 325 सीटें जीतकर सत्ता में लौटी थी और योगी आदित्यनाथ ने 19 मार्च 2017 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. सीएम योगी बीजेपी के पहले नेता है, जिन्होंने उत्तर प्रदेश में पांच साल का कार्यकाल पूरा किया है और पार्टी उन्हीं के चेहरे को आगे कर चुनाव लड़ रही है.
पिछले चुनाव में समाजवादी पार्टी को 47 सीटें, बहुजन समाज पार्टी को 19, कांग्रेस को 7 जबकि अन्य के खाते में 5 सीटें गई थीं.
उत्तराखंड : 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 57 सीटें जीतकर प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाई जबकि विपक्षी दल कांग्रेस को 11 सीटें मिली थी. जीत के बाद यहां त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सीएम पद की शपथ ली थी. हालांकि, मुख्यमंत्रियों को लेकर यह छोटा सा पहाड़ी राज्य काफी सुर्खियों में रहा.
पंजाब : 117 सीटों वाले इस राज्य में 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 77 सीटें जीतकर एक दशक बाद सत्ता में लौटी थी. शिरोमणि अकाली दल-बीजेपी केवल 18 सीटों तक सिमट गया था. और आम आदमी पार्टी 20 सीट जीतकर मुख्य विपक्षी दल बनी थी.
गोवा : राज्य में पिछला विधानसभा चुनाव फरवरी 2017 में हुआ था. कांग्रेस 15 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, लेकिन सरकार नहीं बना सकी थी. बीजेपी ने 13 सीटें जीती थीं और एमजीपी, जीएफपी व दो निर्दलिय विधायकों के सहारे सरकार बनाने में सफल रही.
मणिपुर : 60 सीटों वाले मणिपुर राज्य में विधानसभा का कार्यकाल 19 मार्च 2022 को समाप्त हो रहा है. 2017 में मणिपुर विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 24 सीटें जीतकर सबसे बड़े दल के रूप उभरी थी और कांग्रेस 17 विधायकों के साथ विपक्षी दल बनी थी.
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