श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले अयोध्या को बड़ी सौगात मिल जाएगी. अयोध्या का नवनिर्मित मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम एयरपोर्ट 15 दिसंबर तक उड़ान संबंधी सभी औपचारिकताएं पूरी कर लेगा और दिसंबर के आखिरी सप्ताह में विमान का संचालन भी शुरू हो जाएगा. एयरपोर्ट पर उतरते ही श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की झलक दिखाई देगी. वहीं सुविधाओं की बात करें तो यह दिन और रात दोनों समय यह ऑपरेशनल रहेगा.
इस एयरपोर्ट की टाइमलाइन भी श्रीराम मंदिर निर्माण की टाइमलाइन से मिलती है. जिस तरह श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण का प्रथम चरण पूर्ण हो गया है और 22 जनवरी 2024 को मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम भी संपन्न हो जाएगा जबकि पूरा मंदिर 2025 में बनकर तैयार होगा इस तरह मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम एयरपोर्ट का प्रथम चरण का कार्य पूरा हो गया है और प्राण प्रतिष्ठा से पहले इसका उद्घाटन हो जाएगा.
पूरा एयरपोर्ट मंदिर की तरह 2025 में बनकर तैयार होगा और तब यहां से अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा भी शुरू हो जाएगी और बोइंग जैसे विमान उतर सकेंगे. एयरपोर्ट के शुभारंभ से पहले यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ केंद्रीय मंत्री बीके सिंह ने बाकायदा इसका निरीक्षण किया.
एयरपोर्ट से ही मिलेगी मंदिर की झलक
यह एयरपोर्ट ऐसा होगा कि यात्रियों को यहां पहुंचते ही रामलला के मंदिर की झलक देखने को मिलेगी. इस पर हुई नक्काशी भी श्रीराम मंदिर से मिलती-जुलती आपको दिखाई देने वाली है. एयरपोर्ट का पहला चरण रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने के 3 माह पहले तैयार हो जाएगा तो दूसरा चरण 2025 में पूरी तरह श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के पहले पूरा हो जाएगा. इसके चलते देश विदेश से रामभक्त सुगमता से अयोध्या पहुंच सकेंगे. शुरुआत में यहां से छोटे विमानों का संचालन होगा जबकि एयरपोर्ट पूरी तरह बन जाने के बाद यानी 2025 में इस एयरपोर्ट से सीधे अंतरराष्ट्रीय विमानों का संचालन भी शुरू हो जाएगा.
क्या है इस एयरपोर्ट की खासियत
एयरपोर्ट के पहले चरण में, साढ़े 6 हजार स्क्वायर मीटर का हवाई ताल बनने जा रहा है. यह दो या तीन फ्लाइट प्रति घंटे की क्षमता का यह हवाई अड्डा बनने जा रहा है. 2200 मीटर के रनवे का क्रियान्वयन हो रहा है यानी बोइंग 737, एयरबस 319, 320 , इस हवाई अड्डे पर लैंड कर पाएंगे. मुख्यमंत्री योगीजी ने कहा कि इस एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई 2200 मीटर से 3700 मीटर तक जाएगी. मतलब करीब 4 किलोमीटर का रनवे होगी ताकि अंतरराष्ट्रीय विमान जैसे बोइंग 787, बोइंग 777 भी अयोध्या में सीधे लैंड कर पाएंगे.
एयरपोर्ट के निर्माण के बाद संचालन में देरी ना हो इसके लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी निर्माण के पहले जून से ही डीजीसीए (DGCA) से लाइसेंस लेने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी थी. एयरपोर्ट की साज सज्जा में 15 दिन का समय लगा है और इसी अवधि के भीतर डीजीसीए से लाइसेंस भी अयोध्या एयरपोर्ट को मिल जाएगा. डीजीसीए ने निरीक्षण की प्रक्रिया पहले ही पूर्ण कर ली है. लिहाजा, दिसंबर के अंत तक अब विमान की संचालन की उम्मीद जताई जा रही है.
15 दिसंबर कर पूरा होगा एयरपोर्ट का पहला फेज
Regional Connectivity Scheme के तहत इससे लोगों को सस्ती मगर विश्व स्तरीय उड़ान सुविधा का लाभ मिलेगा. पहले चरण में यहां चार विमान एक साथ खड़ा किए जाने की व्यवस्था होगी. पहले चरण में जो एयरपोर्ट की बिल्डिंग होगी वह 300 यात्रियों की क्षमता की होगी. 2025 तक जब ए
यरपोर्ट का दूसरा चरण पूरा होगा तब तक यात्रियों की क्षमता के साथ , विमानों को खड़े करने के स्थान में भी विस्तार हो चुका होगा. मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम एयरपोर्ट के जरिए अयोध्या में रामभक्तो को सस्ती लेकिन बेहतर हवाई यात्रा की सौगात मिलने वाली है. लिहाजा अगले कुछ दिनों में जब डीजीसीए से विमान के संचालन की अनुमति मिल जाएगी उसके बाद इंतजार होगा प्रधानमंत्री के द्वारा इसके विधिवत उद्घाटन का जिसकी जानकारी खुद अयोध्या में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दी. 15 दिसंबर तक एयरपोर्ट पूरी तरह बनकर के तैयार होगा.
(बनबीर सिंह की रिपोर्ट)