Ayodhya Deepotsav 2024: राम नगरी अयोध्या में दीपोत्सव की तैयारी धूमधाम से चल रही है. इस बार अयोध्या में दीपोत्सव (Ayodhya Deepotsav 2024) बेहद खास होगा. अयोध्या में भव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद होने के बाद पहला दीपोत्सव मनाया जाएगा. ये दीपोत्सव कई मायनों में ख़ास होगा.
अयोध्या नगरी तो लाखों दीपों से रोशन होगी ही साथ ही श्रीराम जन्मभूमि (Shri Ram Janm Bhumi) पर बने भव्य मंदिर की दीपावली भी यादगार होगी. इसके लिए तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. इस साल एक तरफ अयोध्या के सरयू तट पर 25 से 28 लाख दीपक जलाकर विश्व रिकॉर्ड बनाने की योजना है. वहीं दीपोत्सव पर श्रीराम मंदिर में विशेष प्रकार के दीपक जलाए जाएंगे।
दीपोत्सव पर श्रीराम मंदिर के लिए खास दीपकों की व्यवस्था की गई है. इससे मंदिर परिसर और भवन सुरक्षित रहेगा. मंदिर भवन को दाग-धब्बों और कालिख से सुरक्षित रखने के लिए इन खास दीपकों की व्यवस्था की गई है. साथ ही ये दीये लंबे समय तक जलते रहेंगे.
फूलों से सजेगा मन्दिर
श्रीराम जन्मभूमि मंदिर को सुंदर फूलों से सजाने की भी विशेष योजना है. मंदिर परिसर को कई खंडों में बांटकर सजावट का जिम्मेदारी सौंपी गई है. बिहार कैडर से वॉलियंटरी रिटायरमेंट लेने आईजी आशु शुक्ला को ये जिम्मेदारी दी गई है.
आशु शुक्ला को राम लला मंदिर के हर कोने को अच्छे से रोशन करने, सभी प्रवेश द्वारों को तोरण से सजाने, साफ-सफाई और सजावट की जिम्मेदारी सौंपी गई है. इससे श्रद्धालु मनोहारी फूलों और दीपों से सजे मंदिर का दिव्य दर्शन कर सकेंगे.
पर्यावरण का भी ध्यान
श्री राम मंदिर के लिए खास तरह के दीपकों की व्यवस्था की गई है. इस दीपोत्सव पर पर्यावरण संरक्षण का भी विशेष ध्यान रखा गया है. मंदिर भवन के ढांचे को धुएं की कालिख से बचाने के लिए परिसर में विशेष मोम के दीपक जलाए जाएंगे.
इन खास दीपकों से पर्यावरण और मंदिर दोनों को सुरक्षित रखने की कोशिश की गई है. मंदिर ट्रस्ट का प्रयास है कि इस दीपावली में अयोध्या न केवल धर्म और आस्था का केंद्र बने बल्कि स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दे.
रात 12 बजे तक हो सकेंगे दर्शन
दीपोत्सव पर श्रद्धालुओं के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने मंदिर को 29 अक्टूबर से 1 नवम्बर तक रात 12 बजे तक भवन दर्शन के लिए खुला रखने का फैसला किया है. बाहर से राम मंदिर के दर्शन किए जा सकेंगे.
दीपोत्सव पर गेट संख्या चार बी (लगेज स्कैनर प्वाइंट) से श्रद्धालु आधी रात 12 बजे तक मंदिर की भव्य सजावट का आनंद ले सकेंगे. यह दीपोत्सव न केवल आस्था बल्कि पर्यावरण और सुंदरता का संदेश भी देगा. इससे अयोध्या की दीपावली दुनिया भर में खास जगह बनाएगी. अयोध्या में इस बार दिवाली बेहद खास होने वाली है.