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Ayodhya की नई ग्रीनफील्ड टाउनशिप में मठ से लेकर होगा आश्रम तक, खूबसूरती में चार चांद लगाएगी सरयू नदी के जल से भरी झील, जानें और खासियत

नई अयोध्या टाउनशिप जो लखनऊ-गोरखपुर राजमार्ग के दोनों किनारों पर 1407 एकड़ भूमि पर बनेगी, उसे आध्यात्मिक रूप देने के लिए सरयू जल से भरी एक झील होगी. मौजूदा अयोध्या में भीड़ कम करने के लिए टाउनशिप परियोजना की परिकल्पना की गई है.

प्रतीकात्मक फोटो प्रतीकात्मक फोटो
हाइलाइट्स
  • 1407 एकड़ भूमि पर ग्रीनफील्ड टाउनशिप बनेगी

  • पहले चरण में मठ और आश्रमों के लिए 28 भूखंड किए गए हैं चिह्नित 

भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या का पूरी तरह से कायाकल्प होने जा रहा है और इसकी जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश आवास विकास को दी गई है. आवास विकास नई अयोध्या के निर्माण में जुटा है. इस पूरे प्रोजेक्ट को ग्रीनफील्ड टाउनशिप अयोध्या का नाम दिया गया है. लखनऊ-गोरखपुर राजमार्ग के दोनों किनारों पर 1407 एकड़ भूमि पर ग्रीनफील्ड टाउनशिप बनेगी, जहां कृतम झील से लेकर मठ, आश्रम, कॉटेज इंडस्ट्री वेयरहाउस और नामी गिरामी पांच सितारा होटल होंगे. 

हरियाली झील की बढ़ाएगी शोभा
इस टाउनशिप को आध्यात्मिक रूप देने के लिए सरयू जल से भरी एक झील होगी. झील के निर्माण और इसे सरयू नदी से जोड़ने के लिए राष्ट्रीय जल विज्ञान संस्थान, रूड़की को शामिल किया गया है. इस कृत्रिम झील की लंबाई लगभग 4 किलोमीटर से ज्यादा होगी जो ब्लू और ग्रीन कॉरिडोर के नाम से जानी जाएगी क्योंकि प्रकृति तौर पर पानी और आसमान नीला होगा और वहीं अगल-बगल हरे-भरे पेड़ों की हरियाली झील की शोभा बढ़ाएगी. नई अयोध्या टाउनशिप परियोजना को दूसरे चरण में 442 एकड़ तक बढ़ाया जाएगा.

किसके लिए कितनी भूमि हैं आवंटित
आवास एवं विकास आयुक्त आयुक्त रणवीर प्रसाद ने बताया कि नई टाउनशिप में आवासीय भूखंडों के लिए लगभग 367 एकड़ भूमि निर्धारित की गई है, जबकि ग्रुप हाउसिंग 93 एकड़ में बनेगी, मठों और आश्रमों के लिए 55 एकड़ जमीन आवंटित की गई है. अतिथि गृहों के लिए 60 एकड़ जमीन आवंटित की गई है. नई टाउनशिप में व्यावसायिक भूखंडों की भी व्यवस्था होगी, जिसमें 128 एकड़ जमीन कुटीर उद्योग और वेयर हाउस के लिए रखी गई है. पहले चरण में मठों और आश्रमों के लिए 28 भूखंड चिह्नित किए गए हैं.

राम मंदिर का दर्शन कर सकेंगे भक्त
रणवीर प्रसाद ने बताया कि मठों और आश्रमों को भूखंड आवंटित करने के लिए उनका ट्रैक रिकॉर्ड, उनकी छवि और वर्तमान में उनकी ओर से किए जा रहे काम के अनुसार आवंटित किए जाएंगे. टाउनशिप में एक ऊंचा टावर भी बनेगा, जिससे श्रद्धालु राम मंदिर का वहां से दर्शन कर सकेंगे. ये टाउनशिप गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी की तर्ज पर बनेगी, जिसे 'गिफ्ट-सिटी' के नाम से जाना जाता है. 

अलग-अलग राज्यों ने किया है संपर्क
हाउसिंग कमिश्नर ने बताया कि अलग-अलग राज्यों ने अयोध्या में जमीन के लिए उत्तर प्रदेश सरकार से संपर्क किया है. उत्तर प्रदेश हाउसिंग बोर्ड ने पहले ही गुजरात को नई अयोध्या टाउनशिप में राज्य अतिथि गृह के लिए 6 हजार वर्ग मीटर जमीन आवंटित कर दी है. हाउसिंग बोर्ड को भूमि आवंटन के लिए पड़ोसी राज्य उत्तराखंड के अलावा, सिक्किम, मध्य प्रदेश, असम, अरुणाचल प्रदेश, महाराष्ट्र से भी आवेदन प्राप्त हुए हैं. 

सीएम योगी रख सकते हैं आधारशिला 
भक्तों के लिए राम मंदिर खुलने के बाद अयोध्या में कई गुना भीड़ बढ़ जाएगी ऐसे में भीड़-भाड़ को कम और नियंत्रण में करने के लिए इस नए टाउनशिप परियोजना की परिकल्पना की गई है. आवास विकास आयुक्त ने बताया कि नववर्ष में 22 जनवरी को प्रस्तावित राम मंदिर के भव्य उद्घाटन समारोह से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ग्रीनफील्ड टाउनशिप परियोजना की आधारशिला रख सकते हैं. 

(सत्यम मिश्रा की रिपोर्ट)