दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने नए साल की पूर्व संध्या और साल के पहले दिन 1 जनवरी के लिए पूरी तैयारी कर रखी है. खासतौर से दिल्ली पुलिस ने कनॉट प्लेस, इंडिया गेट और उन जगहों पर ज्यादा तैनाती की है जहां पर लोगों की भीड़ 31 की शाम के बाद जुटनी शुरू होती है.
ट्रैफिक कंट्रोल में रहे, लोग शराब पीकर हुड़दंग ना मचाए और सड़क पर स्टंट बाजी ना हो, इसके लिए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस अपनी 250 टीम अलग-अलग इलाकों में तैनात करेगी. इसके अलावा दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के 400 बाइक पेट्रोलिंग जवान भी लगातार गश्त करते रहेंगे. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के साथ-साथ लोकल पुलिस के जवान भी दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में तैनात रहेंगे.
शराब पीकर चलाई गाड़ी तो हो सकती है जेल
दिल्ली पुलिस का कहना है कि अगर किसी ने शराब पीकर गाड़ी चलाई और बुरा बर्ताव करने की कोशिश की तो उसके खिलाफ न सिर्फ मोटर व्हीकल एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी बल्कि आईपीसी की धाराओं के तहत उसे दंड दिया जाएगा. इतना ही नहीं गाड़ी जब्त करने के अलावा जेल भी भेजा जा सकता है.
इन इलाकों में होगी व्यवस्था
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस को अंदेशा है कि कनॉट प्लेस इंडिया गेट के अलावा एयरोसिटी, कुतुब मीनार, ग्रेटर कैलाश, वसंत कुंज मॉल, साकेत मॉल, मुखर्जी नगर मुखर्जी नगर, विश्वविद्यालय कैंपस के आसपास के इलाकों, m2k मॉल, रोहिणी, हडसन लेन, द्वारका में विकास मॉल और साकेत के कुछ इलाकों में लोग जमा हो सकते हैं इसलिए इन जगहों पर पुलिस ने व्यापक बंदोबस्त किया है.
8 बजे के बाद सीपी में गाड़ी की नो एंट्री
सीपी में रात आठ बजे के बाद किसी भी गाड़ी की एंट्री बंद हो जाएगी. हालांकि पुलिस सीपी में गाड़ियों की एंट्री को शाम से ही नियंत्रित कर देगी ताकि वहां भीड़ न लगे. इसके अलावा नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के लिए मेट्रो और अजमेरी गेट का रास्ता बेहतर विकल्प रहेगा. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि बेहतर होगा की लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करें, लेकिन इसके बावजूद अगर सीपी कोई अपनी कार से आता है तो उसके लिए सीपी से पहले ही पार्किग की व्यवस्था की गई है.
इन लोगों पर रहेगी नजर
पुलिस के मुताबिक, अगर कोई सड़क पर स्टंट करता हुए मिलता है या फिर कोई शराब पीकर गाड़ी चलाता है या पुलिस से बहस करता है, उनपर नजर रहेगी. इनके अलावा, पुलिस की नजर उन गाड़ियों पर भी रहेगी जिन्होंने तमाम नियमों के बावजूद अभी भी अपनी कारों के साइड मिरर पर कई पन्नी चढ़ा रखी है.
(हिमांशु मिश्रा की रिपोर्ट)