पंजाब के वाघा बॉर्डर की तरह अब जैसलमेर के तनोट बॉर्डर से लगती भारत-पाक सीमा पर टूरिस्ट रिट्रीट सेरेमनी और परेड देख सकेंगे. हालांकि, अभी तक इस परेड के लिए पाकिस्तान ने स्वीकृति नही दी है, लेकिन बीएसएफ यहां पर हर दिन एक भव्य परेड का आयोजन रिट्रीट सेरमनी में करेगी. इसके लिए तैयारियां अंतिम चरण में हैं. एक भव्य स्टेडियम का निर्माण भी बबलियान सीमा चैकी पर किया जा रहा है. जैसलमेर में शुरु हो रहे इस बॉर्डर टूरिज्म से पर्यटन में भारी इजाफा होगा. तत्कालीन जिला कलेक्टर आशीष मोदी के अथक प्रयासों से शूरु होने जा रहे इस भव्य प्रोजेक्ट को नीति आयोग ने भी मंजूरी दी है.
विश्वविख्यात पर्यटन स्थल जैसलमेर में अगले महीने टूरिज्म में एक नया आयाम शुरू होने जा रहा है. अगले महीने तनोट से लगती भारत-पाक सीमा पर बबलियानवाला सीमा चौकी के पास बॉर्डर टूरिज्म की विधिवत शुरूआत हो रही है. यहां पर तैयार हो रहे स्टेडियम में टूरिस्ट न केवल रिट्रीट सेरेमनी देख सकेंगे, बल्कि वहां पर एक म्यूजियम में बीएसएफ के रखे हुए हथियार और इतिहास से रूबरू हो सकेंगे. इस स्टेडियम और स्ट्रक्चर का निर्माण कार्य युद्व गति से चल रहा है. बीएसएफ राजस्थान फ्रंटियर के महानिरीक्षक पंकज गूमर और जैसलमेर की नवनियुक्त जिला कलेक्टर प्रतिभा सिंह ने यहां का दौरा कर सभी व्यवस्थाओं को जांचा.
जैसलमेर में रिट्रीट सेरेमनी
बी.एस.एफ के महानिरीक्षक पंकज गूमर दो दिवसीय प्रवास पर जैसलमेर पहुंचे. उन्होंने तनोट बबलियानवाला सीमा चैका का दौरा कर वहां सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया और अधिकारियों को दिशानिर्देश दिए. उन्होंने सीमा चैकी के पास बन रहे बॉर्डर टूरिज्म के स्ट्रक्चर के निर्माण कार्य को देखा और वहां पर निर्माणधीन एजेंसी के काम को जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया. उनके दौरे के बाद जैसलमेर की जिला कलेक्टर भी भारत-पाक सीमा पर पहुंची और बीएसएफ के अधिकारियों से इस रिट्रीट सेरेमनी के बारे में जानकारी हासिल की. उन्होंने कंस्ट्रक्शन साइट का निरीक्षण किया, खासकर निर्माणधीन स्टेडियम, वॉच टावर और म्यूजियम का दौरा कर अधिकारियों से फीड बैक लिया. उन्होने वहां पर बन रहे कैफे का भी जायजा लिया.
भारत-पाक सीमा पर बन रहा स्टेडियम
भारत-पाक सीमा पर बन रहे इस स्टेडियम को भव्य रुप दिया गया है. शुरुआत में एक भव्य गेट का निर्माण किया गया है. बकायदा गाड़ियो की पार्किंग की व्यवस्था की गई है. बच्चों के खेलने के लिए झूले लगाए गए हैं. सोनार किले की तरह निर्माणधीन स्टेडियम में किलेनुमा दीवार बनाई गई हैं. दोनो तरफ सैलानियों के बैठने के लिए कुर्सियां लगाई गई हैं. स्टेडियम में डीजे लगेंगे जिनमें देशभक्ति के गीत बजेंगे. स्टेडियम के सामने एक भव्य म्यूजियम बनाया जा रहा है, जिसमें बीएसएफ की हिस्ट्री और 1965-1971 के युद्धो की वीर गाथायें दर्शायी जाएंगी. इसके अलावा यहां पर हथियारों की प्रदर्शनी भी लगायी जायेगी. इसके अलावा पास में एक 30 फीट ऊंचा वॉच टावर भी बनाया जा रहा है, जिसपर चढ़कर सैलानी सीमा पार का नजारा देख सकेंगे.
पाकिस्तान को भी रिट्रीट में हिस्सा लेने का आमंत्रण
बीएसएफ के महानिरीक्षक पंकज गूमर ने बताया कि तनोट क्षेत्र में भारत पाक सीमा के निकट बीएसएफ की बबलियानवाला सीमा चौकी के पास शुरू हो रहे बॉर्डर टूरिज्म के कॉन्सेप्ट पर इन दिनों कंस्ट्रक्शन चल रहा है. यहां पर एक टेम्परेरी स्ट्रक्चर बनाया जा रहा है. इसमें एक स्टेडियम और वॉर म्यूजियम बनाए जा रहे हैं. वॉर म्यूजियम में 1971 और 1965 की वॉर हिस्ट्री को दर्शाया जाएगा, साथ में बीएसएफ की स्थापना से लेकर अब तक के क्रियाकलापों के बारे में जानकारी दी जाएगी. उन्होंने बताया कि यहां पर बन रहे स्टेडियम में बीएसएफ के जवान रिट्रीट सेरेमनी आयोजित करेंगे. फिल्हाल इस रिट्रीट सेरेमनी में बीएसएफ के जवान ही परेड करेंगे. हालांकि हमने पाकिस्तान को भी रिट्रीट में हिस्सा लेने के लिये संदेश दिया है लेकिन उन्होंने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है.
महानिरीक्षक ने बताया कि इसके साथ ही यहां पर एक 30 फीट उंचे ओपी टावर का निर्माण कार्य चल रहा है, जिस पर चढ़कर टूरिस्ट सीमा पार पाकिस्तानी क्षेत्र का नजारा, बीएसएफ द्वारा की जा रही पेट्रोलिंग और सुरक्षा क्रियाकलापों को देख सकेंगे. उन्होंने बताया कि बॉर्डर टूरिज्म का कॉन्सेप्ट शुरू होने से जैसलमेर में टूरिज्म बढ़ेगा. साथ ही लोंगेवाला, तनोट माता और सीमा दर्शन का एक नया सर्किट शुरू होगा.
(जैसलमेर से विमल भाटिया की रिपोर्ट)