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लोगों को नई सीख देकर की नए साल की शुरुआत, झरिया के बच्चों ने पेश की मिसाल

छात्रों ने अपने पोस्ट कार्ड के माध्यम से बीसीसीएल के शीर्ष अधिकारियों से गुजारिश की कि केवल ढ़के हुए वाहनों के माध्यम से कोयला ढोया जाए, कोयला परिवहन के लिए इस्तेमाल की जा रही कीचड़ वाली सड़कों पर पानी का छिड़काव हो, कोयला परिवहन करने वाले वाहनों के पहियों की उचित धुलाई हो और कोलियरी क्षेत्रों में पर्याप्त वृक्षारोपण हो.

विभिन्न प्राइवेट और सरकारी स्कूलों के छात्र, आज जिले के सबसे प्रदूषित ट्रैफिक चौकों में से एक, कटरा मोरे में एकत्र हुए. विभिन्न प्राइवेट और सरकारी स्कूलों के छात्र, आज जिले के सबसे प्रदूषित ट्रैफिक चौकों में से एक, कटरा मोरे में एकत्र हुए.
हाइलाइट्स
  • पोस्टर दिखाकर की पर्यावरण बचाने की अपील

  • कोलियरी क्षेत्रों में हो पर्याप्त वृक्षारोपण

  • 54 करोड़ रुपये के फंड का नहीं हो रहा इस्तेमाल 

देश आज नए साल का स्वागत कर रहा है. विभिन्न जगहों पर अलग-अलग तरह से नए साल का जश्न मना रहा है. झरिया के बच्चों ने नए साल की शुरुआत लोगों को नई सीख देकर की. झरिया निवासियों, गंभीर वायु और जल प्रदूषण के प्रभाव में, कोयला खनन कार्य में लगे अधिकारियों, स्थानीय प्रतिनिधियों और कोयला कंपनियों से उनके क्षेत्र को नए साल में प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए अपील की. स्कूली छात्रों के एक समूह ने उपायुक्त संदीप सिंह, आयुक्त धनबाद नगर, धनबाद म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन सत्येंद्र कुमार, बीसीसीएल के सीएमडी समीरन दत्ता; धनबाद के सांसद पीएन सिंह और झरिया विधायक पूर्णिमा सिंह से वायु और जल प्रदूषण को कम करने के लिए कदम उठाने का अनुरोध किया.

पोस्टर दिखाकर की पर्यावरण बचाने की अपील 

विभिन्न प्राइवेट और सरकारी स्कूलों के छात्र, आज जिले के सबसे प्रदूषित ट्रैफिक चौकों में से एक, कटरा मोरे में एकत्र हुए. इन छात्रों का नेतृत्व ‘यूथ कॉन्सेप्ट’ कर रहा था. यूथ कॉन्सेप्ट एक संगठन है जिसे एक शिक्षक अखलाक अहमद चलाते हैं और यह समाज और पर्यावरण को बचाने के लिए प्रतिबद्ध है. छात्रों का जागरूकता अभियान आज सुबह करीब 11 बजे शुरू हुआ और इस दौरान छात्र संसद दादा हमारी आवाज उठाये, प्रधान से मुक्ति दिलाए, डीसी अंकल डीएमएफटी (जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट पढ़ें) के पैसे से हमारी जिंदगी बचाइए, विधायक आंटी हमें प्रदूषण से बचाएं जैसे नारे वाले पोस्टर और तख्तियां लिए हुए थे.

कोलियरी क्षेत्रों में हो पर्याप्त वृक्षारोपण

छात्रों ने अपने पोस्ट कार्ड के माध्यम से बीसीसीएल के शीर्ष अधिकारियों से गुजारिश की कि केवल ढ़के हुए वाहनों के माध्यम से कोयला ढोया जाए, कोयला परिवहन के लिए इस्तेमाल की जा रही कीचड़ वाली सड़कों पर पानी का छिड़काव हो, कोयला परिवहन करने वाले वाहनों के पहियों की उचित धुलाई हो और कोलियरी क्षेत्रों में पर्याप्त वृक्षारोपण हो. अखलाक अहमद ने कहा, "हमने लोगों के बीच जागरूकता फैलाने का फैसला किया और अफसरों के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों के सामने झरिया के लगभग पांच लाख निवासियों के स्वास्थ्य और कल्याण को प्रभावित करने वाले प्रदूषण के महत्वपूर्ण मुद्दे को भी उजागर किया."

54 करोड़ रुपये के फंड का नहीं हो रहा इस्तेमाल 

अहमद ने आगे कहा, "झारखंड राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (जेएसपीसीबी) के माध्यम से प्रदूषण नियंत्रण मशीनों की खरीद के लिए केंद्र सरकार द्वारा प्रदान की गई लगभग 54 करोड़ रुपये की धनराशि धनबाद नगर निगम (डीएमसी) के पास बेकार पड़ी हुई है." उनके मुताबिक, जमीनी हकीकत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 2019 में खरीदी गई पांच डस्ट स्वीपिंग मशीनें धनबाद नगर निगम (डीएमसी) के कॉम्पेक्टर स्टेशनों पर भी जंग खा रही हैं. अहमद ने यह भी बताया कि पेयजल आपूर्ति, पर्यावरण संरक्षण, प्रदूषण नियंत्रण उपायों, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट फंड (डीएमएफटी) के लिए उच्च प्राथमिकता वाले क्षेत्र होने के बावजूद आवंटित डीएमएफटी फंड का पर्यावरण संरक्षण और प्रदूषण नियंत्रण उपायों पर बहुत कम खर्च किया जा रहा है.