पटना के किसलय शर्मा का नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ है. किसलय शर्मा का नाम 5067 मैथ्स फार्मूला को एक किताब में संग्रह करने पर लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में हुआ है. किसलय ने दिखा दिया है कि आज भी बिहार में प्रतिभा की कमी नहीं है, बस उन्हें एक रास्ता और सोच को राह मिलाने की जरूरत है. वहीं किसलय ने वह करके दिखाया हैं जो कतई आसान नहीं था. मैथ्स फॉर्मुला को लेकर किसलय के जुनून ने उनका नाम लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल कर दिया हैं. इससे पहले किसलय 2500 से ज्यादा फॉर्मूले बनाकर गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करा चुके हैं.
मैथ्स फॉर्मुला संग्रह के लिए पढ़ी 500-600 किताबें
किसलय ने साइंस कॉलेज पटना से पढ़ाई की और वे गणित शोध के लिए अमेरिका के न्यूय़ार्क विश्वाविद्यालय में भी चुने गए थे. वहां पर पूरे देश में तीन ही लोगों का चुनाव हुआ था, जिसमें वो फुल स्कॉलरशिप पाने वाले एक थे. किसलय बताते हैं कि मैथ्स के फॉर्मुलों की कैटेगरी डिसाइड करने में समय लगा, लेकिन मैथ्स के प्रति प्यार ने उनको वो पहचान दिलाई, जिसकी उन्हें तलाश थी. महान गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंंह को अपना आदर्श मानने वाले किसलय ने 8 साल की कड़ी मेहनत के बाद ये मुकाम हासिल किया है.
किसलय ने फॉर्मूलों को गढ़ने के लिए 500-600 किताबें पढ़ीं. इतनी किताबें पढ़ने के बाद उन्हें यह सफलता मिली है. किसलय आज बिहार में मैथ्स गुरू के नाम से जाने जाते हैं. वो अपनी संस्था जागृति में छात्रों को मैथमेटिक्स पढ़ा रहे हैं. किसलय 9वीं, 10वीं और आईआईटी प्रवेश परीक्षा के लिए छात्रों को मैथ्स पढ़ाते हैं. किसलय की इस उपलब्धि पर उनके परिवार और छात्र भी फूले नहीं समा रहे है.
गिनीज रिकॉर्ड बुक अब उनका लक्ष्य
किसलय ने 5067 मैथ्स फार्मूलों को एक किताब में संग्रह कर पहली बार लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है. लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करने के बाद किसलय का सपना है कि वह और मेहनत करके ज्यादा फॉर्मूलों के साथ गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में अपना नाम दर्ज कराएंगे. किसलय ने बताया कि वो क्रिकेट में काफी अच्छे खिलाड़ी थे. किसलय महेंद्र सिंह धोनी और आज के बिहार के खिलाड़ी इशांत किशन के साथ भी खेल चुके हैं. किसलय का क्रिकेट से प्रेम उस वक्त हटा जब बिहार में उनको इसका भविष्य नहीं दिखा. फिर उन्होंने क्रिकेटर किसलय से मैथमेटिशियन किसलय बनने का फैसला किया. अब उन्हें सफलता मिली है. गणितज्ञ के तौर पर किसलय बिहार से आगे अंतरराष्ट्रीय पटल पर अपनी पहचान बनाना चाहते हैं.
(पटना से राजेश कुमार झा की रिपोर्ट)