यूपी में 2024 के मिशन में लगी बीजेपी अब प्रदेश के लोकसभा क्षेत्रों में ‘शुक्रिया मोदी भाईजान’ अभियान चलाने जा रही है. मुस्लिम लाभार्थी महिलाओं को साधते हुए बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा हर लोकसभा क्षेत्र में जिलावार कार्यक्रम आयोजित करेगा, जिसमें कम से कम एक हजार महिलाएं शामिल होंगी. मुस्लिम महिला मतदाताओं को जोड़ने के लिए इस योजना की टैगलाइन ‘ना दूरी है ना खाई है, मोदी हमारा भाई है’ रखी गई है. ‘शुक्रिया मोदी भाईजान’ कार्यक्रम में मुस्लिम महिलाओं को मोदी सरकार के उनके लिए किए गए कामों के बारे में बताया जाएगा और ये भी कि उन्हें आखिर बीजेपी को वोट क्यों देना चाहिए. इसका पहला सम्मेलन जनवरी के दूसरे हफ्ते में बरेली में होना है.
बीजेपी का 'शुक्रिया मोदी भाईजान' कार्यक्रम-
भारतीय जनता पार्टी की कोशिश इस कार्यक्रम के जरिए मुस्लिम महिला लाभार्थी को जोड़ने की है, जो सरकार की योजनाओं का लाभ लेती रही हैं. इसे बीजेपी की लाभार्थी मुस्लिम महिलाओं के जरिए मुस्लिम समाज में पैठ बनाने की कवायद के तौर पर देखा जा रहा है. वहीं, सम्मेलनों के जरिए मुस्लिम महिलाओं को उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान भारत योजना, हज का कोटा बढ़ाया जाना, मुस्लिम बच्चों को छात्रवृत्ति समेत समुदाय को लाभ पहुंचाने वाली कई योजनाओं के बारे में बताया जाएगा. हालांकि कार्यक्रम को लेकर विपक्ष की राजनीति भी तेज हो गई है.
मुस्लिम समाज में पैठ की कोशिश पर सियासत-
मुस्लिम महिलाओं को जोड़ने के लिए बीजेपी के शुरू किए जा रहे 'शुक्रिया मोदी भाईजान' कार्यक्रम पर समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रेहमान बर्क ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि जो काम किया जा रहे हैं, वह मुस्लिम औरतों के मिशन के खिलाफ है, क्योंकि हम किसी के मोहताज नहीं हैं. हम अपनी औरतों को समझाएंगे कि जो कोई भी काम करना है, वह मिल्लत काम और मुल्क की भलाई के लिए करें, किसी के भी कहने पर वोट नहीं करना है और वोट का गलत इस्तेमाल न होने दें. मुस्लिम महिलाएं अपने जेहन से यह निकाल दें कि बीजेपी के लोग आपके साथ है, ये प्रोपेगेंडा करेंगे, लेकिन ये लोग कुछ भी नही करेंगे, क्या मुस्लिम महिलाएं उनके शौहरों और लड़कों के मारे जाने की बात भूल जाएंगी?
दूसरी तरफ अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज आलम ने कहा पहले बीजेपी ने पसमांदा सम्मेलन की बात की, लेकिन नहीं कर पायी, क्योंकि कोई इनके झांसे में आया ही नहीं. उसके बाद सूफी सम्मेलन करने की कोशिश की. लेकिन वो भी फ्लॉप रहा. अब मुस्लिम महिलाओं को झांसे में लेने की कोशिश हो रही है, लेकिन ये भी फ्लॉप होगा. क्योंकि मुस्लिम महिलाओं को पता है कि बीजेपी वही पार्टी है, जिसने बिल्किस बानो के बलात्कारियों को रिहा करा दिया. अगर बीजेपी सच में मुस्लिम महिलाओं के प्रति ईमानदार है, तो मोदी जी को पहले बिल्किस बानो से माफी मांगनी चाहिए और उनके अपराधियों को दुबारा जेल भेजना चाहिए. लेकिन मुस्लिम महिलाओं को पता है कि बीजेपी ऐसा नहीं कर सकती. इसलिए कोई भी मुस्लिम महिला बीजेपी से नहीं जुड़ने वाली है. मुस्लिम पूरी तरह कांग्रेस के साथ हैं.
मुस्लिमों को मिला योजनाओं का लाभ-
आज तक से बातचीत में बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष कुंवर बासित अली ने कहा कि मुस्लिम महिलाओं को बड़ी संख्या में मोदी की योजना का लाभ मिला है, जिस कारण से वह पार्टी से जुड़ रही हैं. शुक्रिया भाईजान उनका पीएम मोदी के प्रति सम्मान है. शुक्रिया मोदी भाईजान के जरिए इन लाभार्थियों को पीएम मोदी के काम से जोड़ा जाएगा. ढाई करोड़ से ज्यादा यूपी में केवल मुस्लिम ही लाभार्थी हैं. बड़ी संख्या में मुफ्त राशन से लेकर शौचालय, पीएम आवास, आयुष्मान भारत, हर घर नल तमाम योजना से जोड़ा गया है.
विपक्ष के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुसलमान की तरक्की को विपक्ष पचा नहीं पा रहा है. इन लोगों ने केवल मुसलमान का इस्तेमाल ही किया, हमने लाभ दिया. अब यह उनके वोट बैंक नहीं हैं, बल्कि पीएम मोदी के साथ बड़ी संख्या में जुड़े लाभार्थी हैं. शाफिकुर रहमान बर्क पर पलटवार करते हुए कहा कि जो अपनी औरतों को हमेशा उपेक्षित करते रहे, वह उनके हक की क्या बात करेंगे? तीन तलाक से लेकर हलाला तक मुस्लिम महिला को उसका हक दिया है और अब बड़ी संख्या में मुख्यधारा में ला रहे हैं. इन सभी के साथ लोकसभा चुनाव में मोदी 80 सीटों पर जितने जा रहे हैं और विपक्ष की चिंता यही है कि जिस वोट बैंक का इस्तेमाल किया, वो उनके हाथ से खिसक रहा है, अब मुस्लिम बहनें उनके बहकावे नहीं आ पाएंगी.
ये भी पढ़ें: