scorecardresearch

कुछ इस तरह मना रहे हैं BSF के जवान नए साल का जश्न, 2022 के स्वागत के लिए पूरी तरह हैं तैयार

BSF के जवानों का कहना है कि हर त्योहार में देश मे सभी लोग सुरक्षित रूप से त्योहार मना सके इसी लिए BSF जवान सीमाओं पर तैनात हैं. देश और देशवासियों की सुरक्षा ही BSF की प्राथमिकता है. 

बीएसएफ़ के जवानों का जश्न बीएसएफ़ के जवानों का जश्न
हाइलाइट्स
  • देश और देश वासियों की सुरक्षा ही BSF की प्राथमिकता है. 

  • साल के आखिरी दिन सीमा पर अलर्ट मोड में तैनात हैं BSF के जवान.

दुनियाभर में साल के आखिरी दिन का जश्न बडी धूमधाम से मनाया जाता है. 31 दिसंबर की रात पुराने साल की विदाई और नए साल के स्वागत का जश्न बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. दुनिया के तमाम देशों की तरह ही भारत में भी साल 2022 का जश्न बहुत ही धूमधाम से मनाने की तैयारी है. आम जनता के साथ-साथ सीमा पर देश की सुरक्षा में तैनात BSF के जवानों ने भी अपने अंदाज में साल 2021 के इस आखिरी दिन का जश्न मनाया, साथ ही नए साल के शुरू होने की भी खुशी मनायी जा रही है. 

कच्छ क्रीक बॉर्डर में BSF के जवान इस साल के आखिरी दिन सीमा पर अलर्ट मोड में तैनात हैं. देश में सभी लोग सुरक्षित तरीके से नया साल का जश्न मना सके इसके लिए BSF के जवान कच्छ के क्रीक बॉर्डर पर कड़ी सुरक्षा और निगाहें बनाये हुए हैं. BSF के जवानों का कहना है कि हर त्योहार में देश मे सभी लोग सुरक्षित रूप से त्योहार मना सके इसी लिए BSF जवान सीमाओं पर तैनात हैं. देश और देश वासियों की सुरक्षा ही BSF की प्राथमिकता है. 

बीएसएफ़ के जवानों का जश्न
बीएसएफ़ के जवानों का जश्न

सुरक्षा में लगे हैं BSF के जवान 

BSF गुजरात कच्छ के रण के साथ लगते संपूर्ण क्रीक क्षेत्र की देखभाल मुस्तैदी के साथ करता है. क्रीक क्षेत्र 4050 वर्ग किलोमीटर में फैला है. जिसमें 6 मुख्य क्रीक कोरी, पावेवरी, वैनवारी, पड़ाला, पीर सनई और सर क्रीक हैं. इनको आपस में जोड़ने वाले कई छोटे–बड़े नाले हैं जो इस इलाके को क्रीक के जाल का स्वरूप देता है. यहां पर हरकत करना पूरी तरह से ज्वारभाटा पर निर्भर करता है. यह इलाका दलदलीय है जिसमे यहां पैदल चलना करना बहुत ही मुश्किल है. इसके अलावा जहरीले सांप, बिच्छु, जंगल झाड़ियों से यह इलाका भरा पड़ा है. 

मौसम की विषम परिस्थितियां होने के वावजूद इस इलाके की सुरक्षा BSF गुजरात द्वारा मुस्तैदी से की जा रही है. साल 2021 में क्रीक इलाके से पाक मछुआरों की या अन्य किसी प्रकार की घुसपेठ की घटना नहीं हुई है. नाला पूरी तरह से सील कर दिया गया है. इस ठंड के मौसम में BSF का हर जवान मुस्तैदी के साथ सरहद पर रक्षा के लिए खड़ा है और अपने फर्ज को बखूबी अंजाम दे रहा है.